आरयू वेब टीम।
राफेल मामले को लेकर मोदी सरकार पर विपक्ष के हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार को माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने लड़ाकू विमान राफेल की खरीद के सौदे में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने भी इस सौदे के बारे में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को सच बताया है।
येचुरी ने आज ट्वीट कर कहा ‘‘सच सामने आ गया है। मैक्रों ने यह साफ कर दिया है कि राफेल सौदे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने वाले तत्कालीन राष्ट्रपति ओलांद ने जो कुछ कहा, वह सच है।’’
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए येचुरी ने कहा कि भारत में बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोतरी से संबंधित एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा ‘‘देश में बेरोजगारी पिछले 20 सालों की तुलना में इस समय शीर्ष स्तर पर पहुंच गयी है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की एक अन्य उपलब्धि है जो ‘ अच्छे दिनों ’ के दावे का सच उजागर करती है।
बता दें कि मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र में महासभा की बैठक से इतर राफेल सौदे को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब में भारतीय उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी को करार में हिस्सेदार बनाने के बारे में कोई स्पष्ट जवाब देने से बचते हुये सिर्फ इतना ही कहा कि राफेल करार ‘सरकार से सरकार’ के बीच तय हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत एवं फ्रांस के बीच 36 लड़ाकू विमानों को लेकर जब अरबों डॉलर का यह करार हुआ, उस समय वह सत्ता में नहीं थे।
इससे पहले ओलांद ने भारत सरकार की सहमति से अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को राफेल सौदे में ऑफसेट पार्टनर बनाने की बात कही थी। येचुरी ने मैक्रों के बयान को ओलांद के बयान की पुष्टि करने वाला बताते हुये इसे मोदी सरकार का राफेल घोटाला बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर अपने उद्योगपति दोस्तों को भारतीय करदाताओं का पैसा गुपचुप तरीके से बाहर ले जाने देने का भी आरोप लगाया।
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