आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 25 नवंबर को आयोजित होने वाली धर्मसभा को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। रालोद ने आज साफ तौर पर कहा कि संतों के नाम पर डर का माहौल बनाया जा रहा है, जिसके चलते धर्मों के आधार पर समाज के लोगों का बांटकर उनके वोट हासिल किए जा सके।
अयोध्या में होने वाली संतो की सभा पर प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सत-महंत का जीवन पूरे समाज के लिए होता है, जिसमें किसी धर्म या संप्रदाय की चर्चा नहीं होती, जबकि अयोध्या में ऐसा वातावरण बनाया जा रहा है कि दूसरे धर्म और संप्रदाय के लोग भयभीत हों।
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सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने बाबरी विध्वंस की बात करते हुए मीडिया से कहा कि छह दिसंबर 1992 की घटना के चलते यूपी का सामाजिक असंतुलन करीब दस सालों के बाद समाप्त हो पाया था और सभी धर्म और संप्रदाय के लोग एक बार फिर आपस में घुल-मिलकर रहने लगे, लेकिन अब फिर से डरावना वातावरण इसलिए बनाया जा रहा है, ताकि धर्म की आड़ लेकर असामाजिक तत्वों द्वारा न सिर्फ सामाजिक सदभाव को समाप्त किया जा सके, बल्कि राजनीति की रोटियां सेंककर आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए वोटों का ध्रुवीकरण हो। इस दूषित वातावरण के चलते अयोध्या में अनहोनी होने पर भाजपा सरकार उसका दोषी संतों-महंतों को ठहराएगी, जबकि उसमें संत व महंतो की कोई भूमिका नहीं होगी।
वोटों के लिए भाजपा ने बना रखा है राम मंदिर का मुद्दा
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता ने योगी सरकार पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा है कि अयोध्या में मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का मंदिर बनाने से समाज के किसी भी वर्ग को आपत्ति नहीं है, जबकि भाजपा ने खुद अपने वोटों के फायदे के लिए राममंदिर का मुददा बना रखा है, अगर मंदिर बन जाती है तो मुद्दा खुद ही समाप्त हो जाएगा।
शांति व्यवस्था बनाए रखना मोदी-योगी सरकार की जिम्मेदारी, मुंह मोड़कर बैठना नहीं होगा ठीक
सुरेंद्र नाथ त्रिवेदी ने अयोध्या में माहोल खराब होने की आशंका जताते हुए येागी और मोदी सरकार को चेताते हुए भी कहा कि यूपी के साथ ही देश में भी बीजेपी की सरकार है और अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा चल रही है। जिसमें देश ही नहीं दुनियाभर से भक्त आते हैं। अब अयोध्या में शांति-व्यवस्था बनी रहे इसके लिए दोनों सरकारों की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने आगे कहा कि लाखों भक्तों की भीड़ में असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की अनहोनी की आशंका से भाजपा सरकारों को मुंह मोड़कर बैठना ठीक नहीं होगा।
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