आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के आते नतीजों के बीच मंगलवार की शाम यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। आज उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता भाजपा के झूठे वादों और जाति-संप्रदाय की राजनीति से ऊब चुकी है और अब उनके बहकावे में नहीं आने वाली है।
पूर्व सीएम ने अपने बयान में आगे कहा कि भाजपा की नीति-कार्यक्रम के खिलाफ भी जनता का वोट पड़ा है। इन चुनावों में राज्य के साथ ही केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी जनता ने नाराजगी जताई है। साथ ही अब इन चुनावी नतीजों का असर निश्चित रूप से अगामी लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा और जनता भाजपा को ऐसे ही परिणाम देने का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
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सपा अध्यक्ष ने तंज कसते हुए आगे कहा कि इन राज्यों में जनता की एकजुटता ने ही भाजपा को सत्ता से बेदखल किया हैं। मतदाताओं ने यह भी जता दिया है कि एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं तब बड़े-बड़ों की सत्ता नौ दो ग्यारह हो जाती है।
अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए कहा कि इसमें दो राय नहीं कि भाजपा ने समाज को तोड़ने और नफरत फैलाने में ही इन चुनावों के दौरान अपनी सारी ताकत लगा दी थी। जनता के बुनियादी मुद्दों को भटकाने की उसने साजिशें की।
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साथ ही भाजपा सत्ता के अंहकार में इतना डूब भी चुकी थी कि उसने किसानों, गरीबों, नौजवानों की आकांक्षाओं को ही कुचलना शुरू कर दिया। मंहगाई, नोटबंदी, और जीएसटी से लोग त्रस्त हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार के साथ लोकतंत्र की स्थापित मान्यताओं एवं संवैधानिक प्रतिष्ठानों को भी कमजोर करने में भाजपा लग गई है।