आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपए देने के ऐलान के बाद से राजनीतिक दलों में गरीबों का हितैषी बनने की होड़ तेज हो चुकी है।
मंगलवार को जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी गरीबों को समाजवादी पैकेज देने की बात कही है। वहीं बीजेपी ने भी राहुल के गरीबी समाप्त करने के इस ऐलान को चुनावी धोखा करार दिया था।
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दूसरी आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा के इस मत का सीधे तौर पर समर्थन किया है। यूपी की पूर्व सीएम ने बुधवार को सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए कहा कि सत्ताधरी बीजेपी का कांग्रेस पार्टी पर आरोप कि उसका गरीबी हटाओ-2 का नारा चुनावी धोखा है, यह सच है।
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वहीं मायावती ने कांग्रेस के साथ ही भाजपा को भी अपने सवाल से घेरते हुए आगे पूछा है कि, क्या चुनावी धोखा व वादाखिलाफी का अधिकार केवल बीजेपी के पास ही है?
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मायावती के ट्विटर हैंडल से किए गए इस ट्विट के बाद एक बार फिर साफ हो गया है कि वो भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी हमला बोलने का कोई मौका छोड़ने के मूड में नहीं है।
सत्ताधरी बीजेपी का कांग्रेस पार्टी पर आरोप कि उसका गरीबी हटाओ-2 का नारा चुनावी धोखा है यह सच है परन्तु क्या चुनावी धोखा व वादाखिलाफी का अधिकार केवल बीजेपी के पास ही है?
गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि के हितों की उपेक्षा के मामले में दोनों ही पार्टियाँ एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।— Mayawati (@Mayawati) March 27, 2019