आरयू वेब टीम। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के प्रमुख आरोपितों में से एक मेहुल चोकसी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को मुंबई की एक अदालत में जवाबी हलफनामा दायर किया है। इसमें कहा गया है कि चिकित्सा कारणों के चलते अदालत को गुमराह किया जा रहा है ताकि मामले की सुनवाई को टाला जा सके। निदेशायल ने कोर्ट को कहा है कि अगर वो बीमार हैं तो उन्हें लाने के लिए एयर एंबुलेंस भेजा जा सकता है। साथ ही हम उन्हें सभी तरीके की मेडिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट में मेहुल चोकसी ने कहा था कि उसने मामले के अभियोजन से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपने इलाज के लिए देश छोड़ा था। मेहुल चौकसी के खिलाफ दायर हलफनामें में ईडी ने कहा है कि चौकसी जांच में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं। ईडी ने हलफनामे में ये भी कहा है कि चौकसी अपनी सेहत को लेकर जो दावा किया है, वह कोर्ट को गुमराह करने वाला है और कानूनी प्रक्रिया को धीमा करने के लिए है। ईडी का यह भी कहना है कि चौकसी को जांच में शामिल होने का कई बार मौका दिए गया, लेकिन हर बार वो किसी न किसी कारण से जांच में सहयोग नहीं करते हैं।
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वहीं चौकसी ने बीते सप्ताह दाखिल अपने हलफानमें में कहा था कि जांच एजेंसियां गलत कह रही हैं कि मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा। मैं तो पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं। मेरी सेहत सहीं नहीं है, इसलिए बहुत ज्यादा सहयोग नहीं कर पा रहा हूं, लेकिन मै अपनी तरफ से पूरा सहयोग देने की कोशिश कर रहा हूं।
चौकसी ने अपने हलफनामें में ईडी और सीबीआइ के दावों को नकारा था। उसने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है, पर मैं जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं। एजेंसियां चाहें तो मुझसे एंटीगुआ आकर पूछताछ कर सकती हैं। चौकसी ने बंबई हाई कोर्ट में कहा है कि मैंने देश को संदिग्ध परिस्थितियों में नहीं छोड़ा है, बल्कि मैं अपना इलाज कराने के लिए विदेश में हूं। मैं भागा नहीं हूं इसलिए मुझे भगोड़ा न कहा जाए।
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चोकसी ने दावा किया है कि उसकी 6,129 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, जो गलत है, जबकि ईडी का कहना है कि जांच के दौरान उसकी 2,100 करोड़ रुपये की ही संपत्ति कुर्क की गई है। प्रवर्तन निदेशायल ने कोर्ट को कहा है कि अगर वो बीमार हैं तो उन्हें लाने के लिए एयर एम्बुलेंस भेजा जा सकता है। साथ ही हम उन्हें सभी तरीके की मेडिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।