आरयू इंटरनेशनल डेस्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा सभागार में पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए भारत की ओर से विदेश मंत्रालय की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने कहा, ‘इमरान खान का भाषण भड़काऊ और उनकी बोली हर बात झूठ है। उनका भाषण नफरत से भरा था।
मैत्रा ने आगे कहा, पाक ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल किया। मानवाधिकार की बात करने वाले पाकिस्तान को सबसे पहले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत देखनी चाहिए, जिनकी संख्या 23 प्रतिशत से तीन प्रतिशत पर पहुंच गई है। पाक में अल्पसंख्यकों की स्थिति बदतर है और उनपर जुल्म हो रहे हैं।
इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि पाक इस बात को स्वीकार करेगा कि वो दुनिया का एकमात्र देश है जो वैसे शख्स को पेंशन देता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने अल कायदा और आइएसआइएस जैसे आतंकियों की लिस्ट में रखा है।
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मालूम हो कि इमरान खान ने यूएन में 20 मिनट की तय समय-सीमा को तोड़ते हुए 50 मिनट लंबा भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर कश्मीर पर रोना रोते हुए कहा कि कश्मीर से कर्फ्यू हटने के बाद वहां काफी खून-खराबा होगा। जिस पर भारत ने ‘राइट टू रिप्लाई’ के तहत इमरान खान के झूठ का पर्दाफाश करने की जिम्मेदारी यूएन में सबसे नई और जूनियर अफसर विदिशा मैत्रा को दी। विदिशा के जरिए जवाब देकर भारत ने यह साफ कर दिया कि वह इमरान खान को तवज्जो नहीं देता है। विदिशा यूएन में भारतीय मिशन की सबसे नई सदस्य हैं।