आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण का भ्रष्टाचार अब भ्रष्टाचार के खिलाफ नारा बुलंद करने वाली योगी सरकार के ही गले की फांस बनता नजर आ रहा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या द्वारा एलडीए के भ्रष्टाचार को लेकर सीएम योगी को लिखे गए पत्र के सामने आने के बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आज अपने एक बयान में एलडीए के भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए आरोप लगाया है कि योगी सरकार भ्रष्टाचार में डूब चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में पिछले एक साल में कॉमर्शियल प्लॉट की नीलामी में कई गड़बड़ी सामने आई, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। साथ ही योगी सरकार में फर्जी तरीके से किए गए समायोजन और ट्रांसपोर्टनगर से लेकर गोमतीनगर और जानकीपुरम के कई प्लॉट के आवंटन से जुड़ी फाइलें भी गायब कर दी गयीं हैं।
यह भी पढ़ें- हत्या के बाद मृतक के भाई से अभद्रता करने पर हटाए गए DM अमेठी प्रशांत शर्मा, इन IAS अधिकारियों का भी तबादला
अजय कुमार ने हमला जारी रखते हुए कहा कि निर्माण कार्य में गड़बड़ी करने वाली तमाम कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड करने व खाली फ्लैटों के आवंटन को निरस्त करने की जगह एलडीए के बड़े अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार को चाहिए कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करते हुए तत्काल कार्रवाई करे।
…खोखला है योगी सरकार का दावा: सपा
वहीं एलडीए से जुड़े इस मामले को लेकर आज सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भी प्रदेश सरकार को घेरा है। राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि सरकार भले ही भ्रष्टाचार मुक्ति का नारा दें, लेकिन एलडीए के सामने आए भ्रष्टाचार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सरकार का दावा न सिर्फ खोखला है, बल्कि उसके अपने ही चहेते अधिकारी सरकार के बस में नहीं हैं।
भ्रष्टाचारियों के आगे दम तोड़ दे रहीं जांचें: आप
वही एलडीए की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने भी योगी सरकार पर हमला बोला। वैभव ने आज अपने एक बयान में कहा कि एलडीए भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है, यही वजहें है कि एलडीए की कुर्सी पर जमने के बाद कोई भी अधिकारी लंबें समय तक इसे छोड़ना नहीं चाहता। जबकि योगी सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने का नारा देकर प्रदेश की सत्ता में आई थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ही विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा खुद डिप्टी सीएम ने कर पूरे मामले को बेनकाब कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि एलडीए के भ्रष्ट अफसर व इंजीनियरों का कॉकस इतना मजबूत है कि भ्रष्टाचार का मामला साबित होने के बाद भी जांच से आगे बढ़कर कार्रवाई की नौबत नहीं आने देता। योगी सरकार को चाहिए कि एलडीए के भ्रष्टाचारियों के कॉकस को तोड़ते हुए उनपर सख्त कार्रवाई करे, जिससे कि आम जनता को राहत मिल सके।