एक ही जगह चल रहे तीन अवैध निर्माण इंजीनियरों को दिखे नहीं, दर्जनों दुकानें-हॉस्पिटल की फीनिशिंग के बाद एलडीए ने किया सील

अवैध निर्माण
फीनिशिंग के बाद सीलिंग के लिए पहुंची एलडीए की टीम।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। अवैध निर्माण पर लगाम के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के आलाधिकारियों की चेतावनी का असर प्रवर्तन के कुछ इंजीनियरों पर नहीं हो रहा। यह बात आज एक बार फिर साफ हो गयी। अवैध निर्माण की ठेकेदारी कहें यह काम में लापरवाही कि प्रवर्तन जोन पांच की तकरोही रोड (इंदिरानगर) पर महीनों से एक साथ तीन अवैध निर्माण धड़ल्‍ले से होते रहें, लेकिन आंख बंदकर बैठे इंजीनियरों ने नोटिस तक नहीं काटी। ऐसा तब हुआ जब एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी खुद जोनल अफसर व प्रवर्तन के इंजीनियरों को सुधरने की नसीहत दे रहे थे। तीन प्‍लॉटों पर दर्जनों दुकानें व हॉस्पिटल की फीनिशिंग के बाद इंजीनियरों की टीम ने आज इन बहुमंजिला अवैध निर्माणों को सील किया तो अवैध निर्माण के प्रति उनकी मंशा व तेजी काफी हद तक साफ हो गयी।

…तीनों अवैध निर्माणों पर एक साथ हुई नोटिस, आदेश व सीलिंग की कार्रवाई

तकरोही रोड पर बेसमेंट समेत एक चार मंजिला व दो तीन मंजिला इन अवैध निर्माणों पर एक महीना पहले तक नोटिस भी नहीं काटी गयी थी। क्षेत्रिय लोगों की मानें तो अवैध निर्माण करीब सालभर से चल रहा था। बेसमेंट की खुदाई से  व्‍यवासायिक निर्माण पूरा होने तक कुछ लोगों ने आइजीआरएस व अन्‍य माध्‍यम से इसकी शिकायत भी प्रवर्तन जोन पांच के इंजीनियरों से की थी, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी।

यह भी पढ़ें- अवैध निर्माण नहीं रुक रहा तो तीन दिन में सील करें बिल्डिंग, “नोटिस टू फीनिशिंग” के खेल पर ब्रेक लगाने को LDA VC ने दिए जोनल अफसरों को निर्देश

वहीं लबे सड़क हुए इन बहुमंजिला अवैध निर्माण पर बीती 30 दिसंबर को एकाएक जेई सुभाष शर्मा व एई नित्‍यानंद चौबे ने कार्रवाई करते हुए नोटिस काटी। फिर तीनों केस विहित प्राधिकारी की कोर्ट पहुंचा। विहित प्राधिकारी ने तीनों अवैध निर्माणों को सील करने का पिछले 12 जनवरी को आदेश दिया था। जिसके बाद 27 जनवरी को प्रवर्तन की टीम ने इन अवैध निर्माणों पर सीलिंग की कार्रवाई की। हालांकि सीलिंग आदेश व कार्रवाई के बीच 15 दिन का समय मिलने के चलते कुछ दुकानों की अवैध निर्माणकर्ताओं ने ओपनिंग भी कर दी, जिन्‍हें आज सील नहीं किया जा सका। इसे लेकर भी लंबे समय से जोन पांच में जमे जेई व एई की भूमिका पर सवाल उठ रहें हैं।

हटाईं जा चुकी हैं जोनल अफसर

बताते चलें जोन पांच में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण होने की शिकायत सामने आने पर एलडीए वीसी ने कुछ दिन पहले ही जोनल अधिकारी श्रद्धा चौधरी को हटाते हुए एक्‍सईएन संजय जिंदल को जोनल अधिकारी का चार्ज दिया है।

यह भी पढ़ें- एलडीए VC से बोले, “कमिश्‍नर रातों-रात खड़ा नहीं हो जाता निर्माण, अवैध निर्माणकर्ता समेत इंजीनियर व कर्मचारियों पर भी करें कार्रवाई”

संजय जिंदल ने बताया कि तकरोही रोड पर डॉ. प्रतीक कुमार ने करीब 15 सौ वर्ग फिट में बेसमेंट, भूतल व प्रथम तल पर अवैध तरीके से दुकानें, हॉल व अस्‍पताल का निर्माण कराया था। वहीं श्याम लाल यादव ने भी तकरोही रोड पर 15 सौ वर्ग फिट में बेसमेंट समेत तीन मंजिला अवैध व्‍यवसायिक निर्माण कराया था, जबकि इंद्रपाल यादव ने तकरोही बाजार में करीब 12 सौ वर्ग फिट में बेसमेंट, भूतल, प्रथम तल द्वितीय तल पर अवैध निर्माण कराया था। इन तीनों अवैध निर्माणों को आज सील कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें- खेती की जमीन पर चल रहा था कारखाना, शिकायत मिली तो खुद मौके पर पहुंचीं कमिश्‍नर, खानापूर्ति करने वाले एलडीए JE पर गिरा दी गाज

साथ ही जोनल अफसर ने कहा कि मैंने हाल ही में जोन पांच का चार्ज लिया है। इन अवैध निर्माणों पर अब तक क्‍यों नहीं कार्रवाई की गयी थी, इस बारे में जेई व एई से जानकारी की जाएगी।

अवैध निर्माण

यह भी पढ़ें- अवैध निर्माण को संरक्षण देने वालों पर एलडीए वीसी की कार्रवाई जारी, अब कर दिए पांच कर्मी निलंबित