आरयू ब्यूरो, प्रयागराज। नागरिकता संशोधन कानून व नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग की तरह यूपी कई जगहों पर प्रदर्शन जारी है। इस बीच प्रयागराज में सीएए-एनआरसी का अलग ही अंदाज में विरोध किया गया। प्रयागराज में कांग्रेस नेता हसीब अहमद अपने पुरखों की कब्र पर भावुक होकर रोने लगे। हसीब अहमद का कहना है कि ‘हम अपने पूर्वजों की कब्रगाह पर आए हैं, क्योंकि हमारे पास कुछ बचा नहीं।
उन्होंने कहा कि इस मुल्क के हम बाशिंदे हैं और इसी मुल्क के रहने वाले हैं। पीढ़ियों दर पीढ़ी इसी मुल्क में रहे हैं और इसी मुल्क में जमींदोज हो गए। उन्होंने कहा ‘हम अपने पूर्वजों की कब्रगाह पर आकर उसी बात की गवाही ले रहे हैं कि आप उठिए और गवाही दीजिए कि हम इस मुल्क के हैं। उन्होंने कहा ‘अगर हमको डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है तो हमारे पूर्वजों की कब्रगाह से इनको भी निकाला जाए और डिटेंशन सेंटर रखा जाए।’
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बात दें कि सीएए और एनआरसी के विरोध में दिल्ली की शाहीन बाग की तरह यूपी में भी लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी समेंत कई शहरों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जबकि राजधानी लखनऊ के घंटाघर में सीएए व एनआरसी के खिलाफ महिलाएं पिछले सात दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं।
पुराने लखनऊ के घंटाघर पर जहां लगभग चार सौ मुस्लिम महिलाओं ने रोजा रखा तो सैंकड़ों हिंदू महिलाओं ने यज्ञ भी किया। प्रदर्शन की सबसे खास बात ये रही कि प्रदर्शन में सिर्फ मुस्लिम महिलाएं ही नहीं हैं बल्कि समाज के तमाम दूसरे धर्मों की महिलाएं भी इस प्रदर्शन में जुट रही हैं।