आरयू वेब टीम। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन को लेकर चर्चा में रहने वाले शाहीन बाग में रविवार को गणतंत्र दिवस की धूम भी देखने को मिली। शाहीन बाग में उस जगह तिरंगा फहराया गया है, जहां पिछले करीब डेढ़ महीने से सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान शाहीन बाग में उमड़े जनसैलाब में देश प्रेम व उत्साह देखने को मिला। यहां पूरे इलाके को तिरंगे के रंग से सजाया गया।
शाहीन बाग में सुबह 9.30 बजे करीब बड़ी संख्या में लोगों ने एक साथ जन गण मन गाया। प्रदर्शन के दौरान करीब दस लाख लोगों द्वारा एक साथ राष्ट्रगीत जन-गण-मन गाकर विश्व के किसी भी राष्ट्रगान को एक साथ गाए जाने वाले रिकॉर्ड को तोड़ने की बात कही गई। प्रदर्शनकारियों ने इसके लिए विशेष तैयारी की। जिसमें करीब 80 फुट ऊंचाई पर 45 फुट लंबा तिरंगा फहराने के लिए दबंग दादी के साथ ही जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की मां और रोहित वेमुला की मां ने भी तिरंगा फहराया।
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नजीब की मां और रोहित वेमुला की मां ने मंच से लोगों को संबोधित भी किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कुछ लोग लाइब्रेरी में किताब पढ़ते भी नजर आए। दरअसल, शाहीन बाग में ही प्रदर्शन स्थल के पास फातिमा शेख और ज्योतिबा फुले के नाम से लाइब्रेरी बनाई गई है।
आंदोलनकारियों का कहना है कि किसी एक व्यक्ति को प्रदर्शन का आयोजक नहीं कहा जा सकता है। हम ऐसे किसी भी बयान से खुद को अलग करते हैं। हम फिर से कहते हैं कि शाहीन बाग में कोई आयोजन समिति नहीं है। इस प्रदर्शन का कोई मास्टरमाइंड नहीं है। इस आंदोलन को महिलाएं चला रही हैं।
बता दें कि शाहीन बाग में लगभग एक महीने से ज्यादा दिनों से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। इन महिलाओं ने सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने सरकार से सीएए को वापस लेने की मांग की है। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि जब तक सीएए वापस नहीं लिया जाएगा तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।