आरयू वेब टीम। दिल्ली हिंसा पर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। साथ ही पार्टी नेताओं को नसीहत दी कि दल से बड़ा देश होता है। उन्होंने कहा, ‘हम राष्ट्रीय हित के लिए जमा हुए हैं। राष्ट्र सबसे ऊपर है और विकास हमारा मंत्र है।’ संसद का सत्र शुरू होने से पहले हुई बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि विकास के लिए शांति एकता और सदभाव जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज भी कई पार्टियां हैं जो पार्टी हित को राष्ट्र हित से ऊपर रखती हैं। कुछ लोग दल के लिए जीते हैं और हम अपने देश के लिए जीते हैं। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोगों को ‘भारत माता की जय’ बोलने में बू आती है। यही बात देश की आजादी के समय कुछ लोगों को ‘वंदे मातरम’ भी कहने में होती थी। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका में जो बाहर के लोग हैं उन्हें खुद को अमेरिकन कहने में शर्म नहीं आती, लेकिन यहां ऐसे ही चलता रहा तो ये भी सवाल उठने लगेंगे कि भारत माता की जय क्यों कहा जाता है’।
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गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने शनिवार को भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि राष्ट्रवाद, ‘भारत माता की जय’ नारे का भारत के एक ‘उग्रवादी और विशुद्ध रूप से भावनात्मक’ विचार के निर्माण के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है।
वहीं संसद स्थित पुस्तकालय में हुई बैठक में मोदी ने कहा, ‘सभी सांसदों को समाज में शांति, सौहार्द और एकता सुनिश्चित करने के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।’ भाजपा की संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा सांसद मौजूद रहे।