आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा और योगी सरकार पर हमला बोला है। आज अखिलेश ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जनता की निगांह में बदले की भावना से किए गए कामों का फल अच्छा नहीं होता। जनता के मन में भारी आक्रोश है। राजनीतिक मूल्यों एवं नैतिकता की परवाह किए बिना राज्यों में विपक्षी दलों को डराना-धमकाना और अन्य हथकंडो से प्रभावित करने के चलते भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है।
…हिंदू-मुस्लिम की कोई समस्या नहीं होगी
अपने एक बयान में सपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा सामाजिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध है। उसका मानना है कि सौहार्द के वातावरण में ही विकास हो सकता है। विकास प्रक्रिया को गति देने के लिए सामाजिक न्याय का लाभ मिले इसके लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए। समाज के सभी वर्ग के लोगों की उनकी संख्या के अनुकूल तब हिस्सेदारी तय हो सकेगी। इसमें हिंदू-मुस्लिम की कोई समस्या नहीं होगी।
भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार भी अनियंत्रित
भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि सपा सरकार के समय समाज के कमजोर वर्गों के हित में कई योजनाएं लागू की गई। किसान और गरीब को प्राथमिकता में रखकर उनको लाभ पहुंचाया गया। नौजवानों में निराशा और कुंठा न पनपे, इसलिए उनको रोजगार से जोड़ा गया। किसान आज कर्ज और मंहगाई से बदहाल है तो नौजवान बेरोजगारी की मार से संकटग्रस्त है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार भी अनियंत्रित है।
सरकार के एजेंडा में जनता के हितों की पूरी अनदेखी
योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा दुःखद स्थिति यह है कि योगी सरकार के एजेंडा में जनता के हितों की पूरी अनदेखी दर्ज है। भाजपा सरकार के तीन साल बीत गए, लेकिन एक भी जनकल्याण की योजना जमीन पर नहीं उतर पाई है। समाजवादी सरकार के कामों को ही कामों के नाम बदलकर ही भाजपा सरकार के दिन कट रहे हैं।
दूसरों की तस्वीर चौराहों पर लगाने वालों की…
वहीं अखिलेश ने राजधानी लखनऊ के चौराहों पर उपद्रव के आरोपितों के लगवाए गए पोस्टर के भी मुद्दे को आज उठाते हुए कहा कि योगी सरकार बदले की भावना में डूबी व अहंकारी सरकार है। दूसरों की तस्वीर चौराहों पर लगाने वालों की खुद छवि धूमिल हो रही है।