आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को भले ही मोदी सरकार मदद कर भारत ला रही हो, फिर भी इनकी मुश्किलें कम होती नहीं आ रही हैं। विशेष विमान से भारत वापस आ रहे यात्री एक तरफ का फ्लाइट किराया खुद ही उठा रहे हैं। दूसरी ओर लॉकडाउन में एयरपोर्ट पर आने के बाद भारतीयों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकारें ट्रांसपोर्ट सर्विस तो उपलब्ध करा रही हैं, लेकिन इसका भी अच्छा खासा किराया भारतीयों को ही उठाना होगा।
वहीं यूपी परिवहन विभाग ने एयरपोर्ट से गंतव्य तक पहुंचाने के लिए प्राइवेट टैक्सी और बस सेवा का किराया तय कर दिया है। यूपी परिवहन दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा से बसें और टैक्सी चलाएगी, जिसके बदले यात्रियों को मोटी रकम किराये के रूप में अदा करनी होगी।
विदेश से आने वाले यात्रियों के पास एयरपोर्ट से अपने घर जाने के कई विकल्प हैं। वह सामान्य बस, एसी बस या प्राइवेट टैक्सी के जरिए अपने घर पहुंच सकते हैं। भारतीय अगर सियाज टैक्सी का ऑप्शन चुनते हैं तो उन्हें 10 हजार रुपये का भुगतान करना होगा। 250 किमी तक की दूरी के लिए उन्हें दस हजार रुपये ही देने हैं। इससे ज्यादा दूरी पर 40 रुपये प्रति किमी के हिसाब से भुगतान करना होगा।
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वहीं अगर आप इनोवा टैक्सी से अपने घर जाने का आप्शन चुनते है तो आपको 250 किमी तक की दूरी के लिए 12 हजार रुपये देने होंगे। इससे आगे के लिए 50 रुपये प्रति किमी के हिसाब से भुगतान करना होगा। खास बात यह भी है कि किलोमीटर की गणना एयरपोर्ट से गंतव्य स्थान के अलावा गंतव्य स्थान से एयरपोर्ट तक की भी दूरी जोड़कर की जाएगी। टैक्सी में ड्राइवर के अलावा अधिकतम दो यात्री ही बैठ सकते हैं।
इसके अलावा यूपी परिवहन विभाग तीन तरह की बस सेवा उपलब्ध करा रहा है- साधारण बस, वातानुकूलित सेकेंड और थर्ड। साधारण बस से 100 किमी तक की दूरी के लिए एक हजार रुपये निर्धारित किए गए हैं। इतना ही दूर एसी सेकेंड और थर्ड बस से जाने पर क्रमश: 1320 व 1580 रुपये का भुगतान करना होगा।
इसी तरह 101 से 200 किलोमीटर तक विभिन्न बसों से जाने के लिए यात्रियों को क्रमश: दो हजार, 2630 व 3150 रुपये, 201 से तीन सौ किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए साधारण बस का किराया तीन हजार, थर्ड एसी का तीन हजार नौ सौ 40, जबकि सेकेंड एसी का चार हजार सौ 30 रुपये देने होंगे।
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वहीं इससे ज्यादा कि दूरी यानि 301 से चार सौ किलोमीटर दूर जाने के लिए यात्रियों को क्रमश: चार हजार, पांच हजार दो सौ 50 व छह हजार तीन सौ रुपये, जबकि 401 से लेकर 700 किलोमीटर तक की दूरी तय करने के लिए यात्रियों को श्रेणी के अनुसार पांच हजार, छह हजार पांच सौ 70 व सात हजार आठ सौ 80 तक टिकट लेना होगा।
इसके अलावा 700 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी के लिए क्रमश: 6000, 7880, 9450 रुपये खर्च करने होंगे। साधारण बस में 26 यात्रियों के ही बैठने की अनुमति है।
योगी सरकार का कहना है कि ये कीमत कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में परिवहन निगम की बसों के आपातकाल संचालन के आधार पर तय की गई हैं। आदेश में साफ कहा गया है कि जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए जाएंगे, उन्हें ही उनके गंतव्य तक भेजने के लिए परिवहन निगम की ओर से बस, टैक्सी उपलब्ध कराई जाएंगी।