आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद भी उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों से सामने आ रहे घोटालों को लेकर मंगलवार राष्ट्रीय लोकदल ने योगी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही मंगलवार को रालोद ने भाजपा सरकार से मांग की है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटोले व पशु पालन विभाग के टेंडर घोटाले की सीबीआइ से जांच कराना बेहद जरूरी है, जिससे कि इन घोटालों के असली दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र नाथ त्रिवेदी ने आज योगी सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों में अनेक बार घोटाले उजागर हुए हैं, लेकिन मौजूदा योगी सरकार के कार्यकाल में तो सचिवालय में ही घोटाला करने का अलग से कार्यालय चलता पाया जाना सचिवालय की सुचिता पर बदनुमा दाग है, क्योंकि उसी सचिवालय में प्रदेश सरकार खुद बैठती है।
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हमला जारी रखते हुए सुरेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि कुछ समय पहले पीएफ घोटाला उसके बाद शिक्षक भर्ती घोटाला और अब पशु पालन विभाग का टेंडर घोटाला भी सरकार की पारदर्शिता पर सीधा सवाल खड़ा करता है। टेंडर घोटाले के पीड़ित व्यापारी को ही राजधानी पुलिस थाने में बैठाकर इंस्पेक्टर व सिपाहियों द्वारा प्रताड़ित करने की बात सामने आने के बाद यह भी साफ हो जाता है कि इन सरकारी घोटाले के तार काफी अंदर तक जुड़े हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने यूपी के मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती और टेंडर घोटालों की जांच सीबीआइ जैसी उच्च कोटि की एजेंसी से कराया जाए जिससे कि किसी भी स्तर का दोषी व्यक्ति न बच सके और न ही कोई हस्ती किसी घोटालेबाज को बचाने में सफल हो सके।