आरयू ब्यूरो
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने आज एक बार फिर अखिलेश यादव की सरकार में विकास के नाम पर हुए कामों के पीछे सिर्फ भ्रष्टाचार को वजह बताया है। प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि अखिलेश सरकार में ‘‘काम-बोलता है‘‘ नारे का पूरा सच सीएजी की रिपोर्ट में सामने आया है।
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अखिलेश यादव पर बेरोजगारों के साथ धोखा देने का आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव ने बेरोजगारों को लगातार छलने का काम किया। बेरोजगारों को 20 करोड़ रुपए का भत्ता देने के लिए 15 करोड़ रुपए फूंक दिए गए। ये किसी कारनामे से कम नहीं है। उन्होंने का कहा कि सच तो यह है कि अखिलेश की सारी विकास योजनाएं चहेतों को रेवड़ियां बांटने के लिए ही बनाई जाती थी। अब उनके कास्मेटिक विकास का सच जनता के सामने परत दर परत खुल चुका है।
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डा. चन्द्रमोहन ने यह भी कहा कि परिवहन निगम में सपा नेताओं की कारगुजारियों के चलते ही 96.77 करोड़ की राजस्व क्षति होना, खनन घोटाला, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्यप्रणाली के कारण हवा और पानी ही नहीं, भूजल तक प्रदूषण पहुंचा है।
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इसलिए योगी सरकार ने प्राधिकरणों और निगमों में भी कैग की जांच के लिए अनुमति देकर सराहनीय पहल की है। भ्रष्टाचार का अड्डा बने लखनऊ विकास प्राधिकरण समेत अन्य प्राधिकरण व निगम की असलियत भी जनता के सामने आएगी।
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योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभालते ही विभागों की प्रस्तुति और समीक्षा के बाद मण्डलीय समीक्षा बैठकों की पहल करते हुए प्रदेश के विकास का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इस दौरान भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए ई-टेंडरिंग को उन्होंने मील का पत्थर भी बताया।