आरयू वेब टीम। किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान में भी किसानों ने रैली निकाली। इस रैली में पहुंचे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधते हुए कहा कि ”महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसे राज्यपाल नहीं मिले है। किसान आज मुंबई में हैं, लेकिन राज्यपाल गोवा में चले गए।
इस दौरान शरद पवार ने राज्यपाल पर तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल को कंगना रनौत से मिलने का वक्त है, लेकिन किसानों से मिलने का वक्त नहीं है।” पवार ने आगे कहा कि मुंबई शहर के देश का महत्वपूर्ण शहर है आजादी की लड़ाई में भी मुंबई की अहम भूमिका थी। ये लड़ाई आसान नहीं है, जिनके हाथो में सरकार है उन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। इतने दिनो से किसानों का आंदोलन चल रहा है, लेकिन पीएम मोदी ने अभी तक किसानों की खबर तक नहीं ली।
वहीं केंद्र सरकार पर हमला जारी रखते हुए पवार ने कहा, ”2003 में कानून पर चर्चा शुरू हुई थी। जब हमारी सरकार आई तो मैं कृषि मंत्री था मैंने खुद सभी राज्यों के कृषि मंत्रियो की बैठक की। उसके बाद भाजपा की सरकार आई उन्होंने इस कानून पर चर्चा नहीं किया और कानून पास कर दिए।”
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उन्होंने कहा, ”गुलाम नबी आजाद (कांग्रेस नेता) ने भी कहा कि किसानों के हित में बात रखनी है। विपक्ष ने सलेक्ट कमेटी के पास बिल को भेजने की विनती की, लेकिन सरकार ने बात नहीं मानी।” पवार ने कहा, ”बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान दिया है उसका सीधा सीधा अपमान मोदी सरकार ने किया। इसलिए इस कानून का हम विरोध कर रहे हैं। किसान का कहना है कि पहले कानून रद्द करो उसके बाद क्या चर्चा करनी है उसके लिए सभी तैयार हैं।”
बता दें कि महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से हजारों किसान केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दक्षिणी मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित एक रैली में हिस्सा लेने आए हैं। ऑल इंडियास किसान सभा का कहना है कि प्रदर्शनकारी राज भवन तक मार्च करेंगे और विभिन्न मांगों को लेकर राज्यपाल बी एस कोश्यारी को ज्ञापन सौंपेंगे।