आरयू वेब टीम। असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ असम के होजाई रैली करने पहुंचे। जहां योगी ने रैली से पहले गुवाहाटी में प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर की पूजा की। वहीं चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि असम की धरती शंकर देव की धरती भी है। वे ऐसे दूरदर्शी महापुरूष थे, जिन्होंने भारत में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अलख जगाते हुए घुसपैठ की समस्या के बारे में ध्यान आकर्षित किया था। इसीलिए शंकर देव को कांग्रेस ने मान्यता नहीं दी।
रैली के दौरान योगी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने उत्तर-पूर्व के राज्यों की अनदेखी की। उन्होंने कहा कि शंकरदेव ने हमें घुसपैठ की समस्या के प्रति सचेत किया था और इसलिए कांग्रेस शंकरदेव को कभी बर्दाश्त नहीं कर पाई। कांग्रेस की नीति समृद्धि नहीं, तुष्टिकरण और येन-केन-प्रकारेण सत्ता प्राप्त करने की थी। इसकी कीमत लंबे समय तक असम वासियों को उग्रवाद के रूप में चुकानी पड़ी।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि असम विकास में पिछड़ा है इसके पीछे कांग्रेस है। कांग्रेस कभी विकास की पक्षधर नहीं रही। यह नया भारत है जहां सभ्यता और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। हम विकास की योजनाओं में किसी के साथ जाति, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे।
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वहीं आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने उत्तर-पूर्व के राज्यों की अनदेखी की, लेकिन अब इन राज्यों को विकास में अब पंख लग गए हैं। योगी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर का सपना पूरा हुआ और भारत का काम राम के बिना नहीं चल सकता।
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इसके अलावा योगी ने प्रधानमंत्री की तरीफ करते हुए कहा कि , ‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई, अब असम का व्यक्ति भी वहां जाकर रह सकता है। इनता ही नहीं अब तीन तलाक कहने वाले लोग जेल जाएंगे।’ इसी के साथ रैली में योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि, ‘असम में समृद्धि देने वाली सरकार ही होनी चाहिए।’