विधानसभा के पास ड्यूटी कर रहे दारोगा ने खुद को गोली मारकर दी जान, सुसाइड नोट में सीएम योगी से की एक अपील

दारोगा ने दी जान
जांच के लिए मौके पर पहुंची पुलिस।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित विधानसभा के पास गुरुवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब ड्यूटी पर तैनात दारोगा ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। विधानसभा गेट नंबर सात के सामने हई इस वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में एसआइ को सिविल अस्‍पताल पहुंचाया जहां डॉक्‍टरों ने जांच के बाद उन्‍हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस को छानबीन में एसआइ की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने सीएम योगी से अपील की है कि उसकी मौत के बाद उसके बच्‍चों को ख्‍याल रखिएगा। हजरतगंज पुलिस ने शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही सुसाइड नोट व घटना में प्रयुक्‍त सर्विस पिस्‍टल को कब्‍जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

बताया जा रहा है कि मूल रूप से वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र निवासी निर्मल कुमार चौबे (53) बंथरा थाने से संबंद्ध थे, जबकि पत्‍नी निरुपमा और बेटे विकास व सर्वेश के साथ चिनहट में रह रहे थे। परिवारवालों के साथ चिनहट में रह रहे थे। आज उनकी ड्यूटी विधान भवन पर लगी थी। दिन में करीब तीन बजे गेट नंबर सात के सामने स्थित पार्किंग में गोली चलने की आवाज सुनकर वहां मौजूद पुलिसकर्मी व अन्य लोग उस ओर दौड़े। पार्किंग में निर्मल कुमार लहूलुहान पड़े थे और उनकी सर्विस पिस्टल जमीन पर पड़ी थी। पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी और निर्मल को सिविल अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

यह भी पढ़ें- लखनऊ में DIG की पत्‍नी ने दी जान, नहीं मिला सुसाइड नोट, हाथरस कांड की SIT के सदस्‍य भी हैं पति चंद्रप्रकाश

एसआइ के सुसाइड करने की जानकारी मिलते ही पुलिस आयुक्‍त डीके ठाकुर और संयुक्‍त पुलिस आयुक्‍त कानून-व्यवस्था नवीन अरोरा सिविल अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इसके बाद निर्मल के घरवालों को सूचना दी गई।

दारोगा ने दी जान

पुलिस को दारोगा की जेब से सुसाइड नोट मिला है, एसआइ ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में लिखा है कि मैं बीमारी से तंग आकर सुसाइड कर रहा हूं मेरे बच्चों का ख्याल रखा जाए।

यह भी पढ़ें- अलीगंज में मैथ्‍यू ने पत्‍नी लूसी संग दी जान, सुसाइड नोट में सामने आई ये वजह

मौके पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि निर्मल चौबे 15 अगस्त 1987 में पीएसी में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वह लंबे समय से अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा में ड्यूटी कर रहे थे। बंथरा थाने में वर्ष 2019 में उनकी तैनाती हुई थी।

सूचना पाकर सिविल अस्‍पताल पहुंची एसआइ की पत्‍नी व बच्‍चों का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे विकास ने मीडिया को बताया कि निर्मल कुमार काफी समय से बीमार चल रहे थे, काफी इलाज के बाद भी राहत नहीं मिलने से परेशान रहते थे।