आरयू वेब टीम। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अहम बैठक सोमवार को खत्म हो गई। बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने हर राज्य में कोरोना के नए और बेहद संक्रामक वेरिएंट ओमीक्रॉन के फैलने से जुड़ी रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपी। फिलहाल अगले साल की पहली छमाही में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को टालने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य सचिव से पूछा है कि आने वाले तीन महीनों में संक्रमण कितना फैल सकता हैं। इस पर स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि फिलहाल यह कहा नहीं जा सकता है, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए मामले 25 फीसदी तक बढ़ सकते हैं। बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों ने जिन-जिन जिलों में आर वैल्यू बढ़ी है उनके बारे में प्रजेंटेशन देते हुए चुनाव आयोग को विस्तार से कोरोना के खिलाफ तैयारियों के बारे में बताया।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आयोग को बताया कि देश में और खासकर विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में कोरोना और ओमीक्रॉन के संक्रमण को लेकर ताजा हालात क्या हैं। विधानसभा चुनाव की तैयारियों और आशंकाओं को लेकर हुई इस बैठक में चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य सचिव से चुनावी राज्यों की कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट सहित वैक्सीनेशन की पूरी जानकारी ली।
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चुनावी राज्यों में कोरोना के टीके की पहली डोज की स्थिति संतोजषनक है। इन राज्यों में 70 प्रतिशत लोगों को कोरोना टीका की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में 83 फीसदी और पंजाब में 77 फीसदी लोगों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। गोवा और उत्तराखंड में शत प्रतिशत लोगों को कोरोना टीका की पहली डोज लग चुकी है। मणिपुर में 70 फीसदी लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया जा चुका है।