आरयू वेब टीम।
उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वेंकैया नायडू ने आज अपना नामांकन पत्र दो सेट में दाखिल किया। नायडू के नामांकन के समय उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित कई केंद्रीय मंत्री और सांसद मौजूद रहे। नामांकन दाखिल करने के बाद नायडू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी मेरी मां की तरह ही मुझ पर साया किया है।
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मीडिया से बात करते हुए नायडू बोले कि मैं पिछले चार दशक से आम जनता से जुड़कर उनके लिए काम कर रहा हूं। जनता के लिए काम करना मेरा जुनून है। मैं यह काम उपराष्ट्रपति पद पर आने के बाद भी करता रहूंगा। मैं उम्मीद करता हूं कि मैं इस पद और इसकी जिम्मेदारियों के साथ न्याय करुंगा।
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साथ ही उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद मैं इनकी परंपराओं, मानदंडों व नीति निर्धारण के तमाम प्रावधानों का पालन करते हुए कार्यालय की गरिमा बनाए रखने की पूरी कोशिश करूंगा। नायडू अपने बचपन को याद करते हुए काफी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मेरी मां का निधन तब हुआ जब मैं एक साल का था। उसके बाद पार्टी ही मेरी मां की तरह रही, जिसके साए में मैं पलकर बड़ा हुआ। उन्होंने पार्टी से विदा होने पर दुख जताया।
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वहीं प्रधानमंत्री ने नायडू के उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद उनके लिए तेलुगू के शब्द ‘गारू’ का इस्तेमाल किया जो किसी को सम्मान देने के लिए बोला जाता है। इस संबंध में मोदी ने ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘‘एक कृषक पुत्र। एम वेंकैया नायडू गारू सार्वजनिक जीवन में वर्षों का अनुभव रखते हैं और हर राजनीतिक वर्ग में सराहे जाते हैं।’’