आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण की लापरवाही और भ्रष्टाचार का खामियाजा आवंटियों को योगी सरकार में भी भुगतना पड़ा रहा है। प्लॉट की पूरी रकम चुकाने के बाद आशियाना बनाने का सपना सजाए आवंटी सालों नहीं बल्कि दशकों बाद भी एलडीए के अधिकारियों के सामने मिन्नतें करते नजर आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा आज उस समय दिखाई दिया जब एलडीए के प्राधिकरण दिवस में 86 फरियादियों का हुजूम उमड़ा।
कुछ इस तरह के मामले आए सामने-
मशकगंज निवासी बुजुर्ग संतोष कुमार बाजपेयी ने बताया कि नकद क्रय योजना के तहत उन्होंने 1992 कानपुर रोड पर 2250 स्क्वॉयर फुट के प्लॉट की रजिस्ट्री एलडीए से करायी थी, लेकिन 26 साल बीतने और अनेक बार एलडीए के चक्कर लगाने पर भी आज तक उन्हें कब्जा नहीं मिल सका और वह किराए के घर में रहने को मजबूर हैं।
दशकों पुराना दर्द सुनाते हुए संतोष ने कहा कि अधिकारी जमीन को ग्रीन बेल्ट में होना बताते है, वहीं उनके साथ के छह अन्य आवंटियों को कही और सामायोजित किया जा चुका है, जबकि अब भी आठ आवंटी भटक रहें हैं। हर महीने वह प्राधिकरण दिवस में आते हैं, लेकिन 15 दिन में काम होने का आश्वासन देकर उन्हें लौटा दिया जाता है। इस बार एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह ने खुद जल्द से जल्द प्लॉट देने का भरोसा दिलाया है।
अवैध कब्जे के बदले मिला घर उस पर भी हो गया कब्जा
राजाजीपुरम निवासी पेशे से बीमा एजेंट दिनेश कुमार चौरसिया ने कहा कि 2001 में उन्हें एलडीए की ओर से विराज खण्ड में ईडब्लूएस मकान आवंटित किया गया था, लेकिन उनसे पहले ही उस पर किसी ने अवैध कब्जा कर लिया। 2006 में एलडीए के तत्कालीन आधिकारियों ने बसंतकुंज आश्रयहीन कॉलोनी के सेक्टर एच में उन्हें बतौर सामायोजन एक मकान दिया, लेकिन वहां भी अवैध कब्जेदारों ने डेरा डाल दिया।
एलडीए में है सेटिंग बेच दो मकान, नहीं ले पाओगे कब्जा
बकौल दिनेश वर्तमान में उनके मकान में आरसी कन्नौजिया नाम का एक अवैध कब्जेदार है, जो साफ शब्दों में कहता है कि मकान चाहो तो बेच दो, लेकिन एलडीए में उसकी इतनी सेटिंग है कि वह कभी उससे मकान खाली नहीं करा पाएगा।
यह भी पढ़ें- झाड़ू-बर्तन करने वाली आवंटी से एलडीए का बाबू मांग रहा 50 हजार
2007 में जमा किया पैसा अब तक नहीं हुई रजिस्ट्री
प्राधिकरण दिवस में पहुंची इंदिरानगर की आराधना ने प्रार्थना पत्र देकर एलडीए उपाध्यक्ष से कहा कि उन्होंने गोमतीनगर विस्तार के एक प्लॉट का पूरा पैसा 2007 में ही जमा कर दिया था, लेकिन आज तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जबकि पिछले महीने हुए प्राधिकरण दिवस में उन्हें एलडीए के अधिकारी विश्वभूषण मिश्र की ओर से आश्वासन भी दिया गया था कि रजिस्ट्री हो जाएगी, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ।
पंचशील के आवंटियों ने पूछा बिजली न पानी भीषण गर्मी में रहे तो कैसे
वहीं विकल्प खण्ड में बने पंचशील अपार्टमेंट के आवंटी रामेश व संतोष ने प्रार्थना पत्र देकर प्राधिकरण दिवस में कहा कि उन्हें पंचशील अपार्टमेंट में फ्लैट का कब्जा एलडीए की ओर से रजिस्ट्री के बाद दिया जा चुका है, लेकिन वहां बिजली और पानी की कोई व्यापक व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते इस भीषण गर्मी में फ्लैट में रहना नामुमकिन है।
सात का मौके पर निस्तारण, बाकी के लिए 15 दिन का समय
एलडीए के जनसंपर्क अधिकारी अशोक पाल सिंह ने बताया कि गुरुवार को 86 लोगों ने प्राधिकरण दिवस में एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह के सामने अपनी समस्या बतायी थी। जिसमें से सात आवंटियों की समस्या तत्काल हल कर दी गयी। वहीं बाकी के 79 प्रकरणों को उन्होंने 15 दिन के अंदर संबंधित अधिकारियों को निस्तारित करने का निर्देश दिया है।
यह भी पढ़ें- खुशखबरी: राज्य मंत्री ने कहा एलडीए को हल करना ही होगा जनता की समस्या
प्राधिकरण दिवस में एलडीए वीसी के अलावा अपर सचिव अनिल भटनागर, चीफ इंजीनियर इंदूशेखर सिंह, ओएसडी राजेश शुक्ला, नजूल अधिकारी विश्वभूषण मिश्र समेत तमाम इंजीनियर, अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।