आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार की काफी किरकिरी होने के बाद आखिरकार उन्नाव गैंगरेप मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ बलात्कार व पॉस्को एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता के मां की तहरीर पर उन्नाव जिले के माखी थाने में भाजपा विधायक के अलावा किशोरी को भाजपा विधायक तक पहुंचाने के आरोप में महिला शशि सिंह पर भी संबंधित धाराओं में देर रात मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
दूसरी ओर पीड़ितों, राजनीतिक और सामाजिक दलों की मांग को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने भी इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने का ऐलान कर दिया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद गुरुवार को एनेक्सी के मीडिया सेंटर में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि अब आगे की कार्रवाई सीबीआइ को करनी है। हालांकि जब तक सीबीआइ केस को अपने हाथ में नहीं लेती है, तब तक पुलिस इसकी जांच करती रहेगी। सुबह हुई प्रेसवार्ता में डीजीपी द्वारा गैंगरेप, पॉक्सो एक्ट समेत अन्य संगीन धाराओं में आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को माननीय कहने पर लोग अचरज में पड़ गए।
अभी नहीं होगी गिरफ्तारी
मुकदमा लिखे जाने के बाद गिरफ्तारी की प्रबल आशंका पर प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहा कि उन्नाव गैंगरेप मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का पक्ष भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस विधायक को गिरफ्तार नहीं करेगी। उन्नाव के इस केस में भाजपा विधायक की भूमिका पर एसआईटी गठित की गई। अब सीबीआइ अपना काम करेगी और गुण दोष के तहत विधायक के खिलाफ वो कार्रवाई करेगी।
जो भी दोषी पाया जाएगा होगी कार्रवाई
हालांकि उन्होंने ये भी मीडिया के सामने दावा किया कि शासन की मंशा किसी भी दोषी को बचाने की नहीं है। अब तक जो भी दोषी मिला है, उसके खिलाफ कार्रवाई की गयी है। आगे भी जो अधिकारी व कर्मचारी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उन सबपर भी कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़ें- उन्नाव में किशोरी से गैंगरेप के मामले में भाजपा विधायक का भाई अतुल सेंगर गिरफ्तार
दूसरी ओर डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेसवार्ता में आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को माननीय कह कर संबोधित किया। मीडिया से बात करते हुए ओपी सिंह बोले कि माननीय विधायक के ऊपर जो आरोप है उसकी जांच सीबीआइ को दी गई है। हमने इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर विवेचना के लिए सीबीआइ को भेजा दिया है।
अभी दोषी नहीं हैं विधायक
भाजपा विधायक को माननीय कहने पर मीडिया के सवाल उठाने पर डीजीपी ने तर्क दिया कि गैंगरेप मामले में फिलहाल उन पर आरोप लगे हैं। अभी वह दोषी नहीं हैं, हम उनको अभी अपराधी तो नहीं कह सकते हैं।