आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) में हुए हजारों करोड़ के पीएफ घोटाले को लेकर योगी सरकार घिरती जा रही है। कांग्रेस, सपा व बसपा के बाद मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने भी प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। आप ने घोटाले को लेकर योगी सरकार की कार्रवाई को दिखावटी बताते हुए कहा है कि इस मामले में बड़े घोटालेबाजों को बचाया जा रहा है।
आप के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने आज अपने एक बयान में कहा, महाघोटाले में दिखाई दे रहा है कि, सरकार छोटी मछलियों को पकड़ कर कार्रवाई का सिर्फ दिखावा कर रही है, जबकि बड़े घोटालेबाज इसके एक्शन के दायरे से बाहर है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच ऊर्जा मंत्री को बिना बर्खास्त किए हो ही नहीं सकती।
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पीएफ के कर्मचारियों का समर्थन करते हुए सभाजीत सिंह ने आगे कहा कि कुछ भी हो जाए किसी भी कर्मचारी की मेहनत की कमाई डूबना नहीं चाहिए। योगी सरकार इसकी गारंटी ले कि हर हाल में कर्मचारियों को उनका पैसा मिलेगा, अगर ऐसा नहीं हुआ तो आप कर्मचारियों के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगी।
ऊर्जा मंत्री का बयान हास्यास्पद: वैभव महेश्वरी
वहीं आप के प्रदेश प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के उस बयान को हास्यास्पद बताया, जिसमें उन्होंने कहा कि घोटाले की पटकथा सपा सरकार में लिखी गई। वैभव ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री की यह आदत है कि, वह खुद सरकार में होने के बावजूद सभी गलतियों का दोष पिछली सरकारों पर डाल देते हैं।
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इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता ने बिजली के दामों की बढ़ोतरी का जिक्र करते हुए भी कहा कि हाल ही में ऊर्जा मंत्री ने उत्तर प्रदेश की जनता को बिजली के दाम बढ़ाकर कर एक बड़ा धोखा दिया है। साथ ही इसके लिए भी उन्होंने पिछली सपा व बसपा सरकार को ही जिम्मेदार बता दिया था।