आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे बीएड टीईटी 2011 के अभ्यर्थियों के लिए आज एक बार फिर कांग्रेस के तमाम दिग्गजों ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात कर बीएड टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों की नियुक्ति और उन पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग उठाई है।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पीड़ित क्षुब्ध और आक्रोशित अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रशासन के सभी स्तरों पर दर-दर भटक रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश सरकार इनकी नियुक्ति के लिए कदम नहीं उठा रही है, जबकि अभ्यर्थियों ने अपनी आवाज उठानी चाही तो उन पर लाठीचार्ज करने के साथ ही मुकदमें लाद दिए गए। इतना ही नहीं भीषण गर्मी में प्यास से विचलित अभ्यर्थियों को ईको गार्डेन में भी पुलिस और पीएसी के जवानों ने जबरदस्ती बंद कर दिया। जबकि ईको गार्डेन में पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं थी। इस दौरान अभ्यर्थी बूंद-बूंद पानी को तरसते रहे।
अराजकता के मोड़ पर खड़ा है पुलिस-प्रशासन
ज्ञापन के जरिए कांग्रेस ने राज्यपाल से अनुरोध करते हुए आगे कहा कि आप हमारे संविधान के प्रहरी और लोकतंत्र के अधिष्ठाता है। जनता के हितों की सुरक्षा और सर्वांगीण विकास के साथ-साथ विधायिका एवं कार्यपालिका के संयोजन का दायित्व भी आप पर है। आज पुलिस और प्रशासन अराजकता के मोड़ पर खड़ा है। संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। इस लिए आपसे आग्रह है कि अपने प्रभाव का उपयोग कर गंभीर धाराओं में अभ्यर्थियों पर लगाए गए मुकदमें वापस कराएं। साथ ही सरकार को भी निर्देशित करें कि वे बीएड टीईटी-2011 के सभी अभ्यर्थियों को नौकरी दे।
यहां बताते चलें कि इससे पहले सपा के वरिष्ठ नेताओं का भी प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर बीएड टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों की नियुक्ति और उन पर लगे मुकदमों को हटाने की मांग कर चुका है।
ये रहें मौजूद
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी एवं राजबहादुर, पूर्व सांसद एपी गौतम, पूर्व विधायक सतीश अजमानी एवं फजले मसूद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. आरपी त्रिपाठी, वीरेन्द्र मदान, द्विजेन्द त्रिपाठी, अरूण प्रकाश सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, प्रमेाद सिंह, प्रमोद पाण्डेय समेत अन्य नेता मौजूद रहें।