आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नियुक्ति की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे बीएड टीईटी 2011 के अभ्यर्थियों के लिए आज का दिन कुछ हद तक राहत भरा रहा। नियुक्ति के संबंध में अभ्यर्थियों के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की सचिवालय में उच्चाधिकारियों के साथ करीब डेढ़ घंटा चली वार्ता के दौरान अधिकारियों ने नियुक्ति के संबंध में हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक खरे द्वारा की गयी ड्रॉफ्टिंग को सही माना है। वार्ता के दौरान प्रमुख सचिव न्याय, प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा के अलावा विशेष सचिव बेसिक शिक्षा भी मौजूद रहीं।
वार्ता के संबंध में प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले अभ्यर्थी मान बहादुर सिंह चंदेल ने बताया कि ड्रॉफ्टिंग को सही मानते हुए प्रमुख सचिव न्याय ने अधिकारियों को एक से डेढ़ महीने कें अंदर तमाम बिन्दुओं पर विचार करने के साथ ही अभ्यर्थियों के भविष्य के हित में फैसला लेने को कहा है। वहीं इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ड्रॉफ्टिंग पर सवाल उठाने का प्रयास किया, हालांकि तर्कों के आधार पर उनकी बात नहीं मानी गयी।
नियुक्ति को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट निर्णय नहीं होने के बाद भी अभ्यर्थियों ने ईको गार्डेन में चल रहे अपने प्रदर्शन को भी समाप्त करने का निर्णय लिया है। प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले मान बहादुर सिंह ने कहा कि बैठक में उच्चाधिकारियों के फैसले और आग्रह के बाद अब प्रदर्शन समाप्त किया जाएगा।
धरना किया गया स्थागित
वहीं बाद में मिली जानकारी के अनुसार बीएड टीईटी के अभ्यर्थियों ने ईको गार्डेन में आपसी बातचीत के बाद रात करीब साढ़े आठ बजे धरना स्थागित करने का निर्णय लिया। इसके बारे में बताते हुए मान बहादुर सिंह ने कहा कि एक महीने के लिए धरना स्थागित कर दिया गया है। इस दौरान शासन का निर्णय देखने के बाद जरूरत पड़ी तो वह लोग एक बार फिर राजधानी की सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।