पूणे जातीय हिंसा के बाद महाराष्‍ट्र बंद, यातायात से लेकर कई अन्‍य सेवाएं बाधित

पूणे जातीय हिंसा

आरयू वेब टीम। 

महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा की घटना के कारण दो दिनों से राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि मुख्यमंत्री और अन्य राज्य नेताओं ने इसकी जांच और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं भड़की हिंसा के विरोध में बीआर अंबेडकर के पोते और कार्यकर्ता प्रकाश अंबेडकर ने आज महाराष्ट्र बंद का एलान किया है। 63 वर्षीय प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 250 से अधिक दलित संगठनों का इस बंद को समर्थन है।

घटना के विषय में जानकारी देते हुए चेम्बूर जोन छह के डीसीपी शहाजी उमाप ने कहा कि मंगलवार की हिंसा पर अभी तक कुल आठ मामले दर्ज किए गए हैं और 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इसके अलावा फिर कोई अप्रिय घटना न घटे इसके मद्देनजर बुधवार सुबह से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

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मुंबई में दलितों के प्रदर्शन के कारण यातायात में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए डब्बावालों ने आज सेवा रोकने का फैसला किया है। वहीं, सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ का इस संबंध में बयान आया है। उन्होंने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने ठाणे में रेल सेवा बाधित करने की कोशिश की, लेकिन सीआरपीएफ और अधिकारियों ने स्थिति को संभाल लिया। इसके अलावा औरंगाबाद में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है।

इसके साथ ही एक जनवरी को पुणे के भीमा कोरेगांव में दलित समाज के शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा के विरोध में दलित संगठनों ने आज महाराष्ट्र बंद का एलान किया है खबर आ रही है कि प्रदर्शनकारियों ने महाराष्ट्र के ठाणे रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक दी है।

कोरेगांव हिंसा को देखते हुए ठाणे में अब । जनवरी तक धारा 144 लगा दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज पूरे महाराष्ट्र में लोकल ट्रेन से लेकर स्कूल और हाइवे बंद रहेंगे मराहाष्ट्र बंद होने से राज्य की 40 हजार बसें नहीं चलेंगी और पुणे हाईवे भी बंद रहेगा।

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मालूम हो कि भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं सालगिरह पर एक जनवरी को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दो गुटों में भड़की हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई थी। जिसके बाद ये हिंसा और भड़क गई। मुंबई, पुणे और महाराष्ट्र के कई और शहरों में तनाव फैल गए, जिसके बाद दलित संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया,प्रदर्शनकारियों ने सड़क मार्ग और रेलमार्ग को बाधित करने के साथ ही करीब 160 बसों में तोड़फोड़ की है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा में सात पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं।

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