आगरा में DGP कर रहे थे मीटिंग, मनबढ़ों ने सरेराह दसवीं की छात्रा पर पेट्रोल डालकर लगा दी आग, दहले लोग

छात्रा को जलाया
फाइल फोटो।

आरयू संवाददाता, 

आगरा। मंगलवार को आगरा में दिल दहला देने वाली एक घटना हो गयी। मलपुरा क्षेत्र के लालऊ गांव में मनबढ़ों ने स्‍कूल से घर लौट रही दसवीं की छात्रा पर पेट्रोल डालने के बाद आग लगाकर भाग निकले। पुलिस को खुली चुनौती और लोगों को दहशत में डाल देने वाली ये घटना उस समय हुई जब खुद डीजीपी ओपी सिंह आगरा में मंडल के माहतों के साथ कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर मीटिंग कर रहे थे। दुस्‍साहसिक वारदात का पता चलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। झुलसी छात्रा का अस्‍पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। दूसरी ओर पुलिस मनबढ़ों का पता लगाने की बात कह रही है।

बताया जा रहा है कि लालऊ गांव के रहने वाले हरेंद्र सिंह जाटव की 15 वर्षीय बेटी संजलि घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर अशर्फी देवी इंटर कॉलेज में कक्षा दस की छात्रा है। आज दोपहर करीब पौने दो बजे संजलि रोज की तरह साइकिल से घर लौट रही थी। तभी घर से करीब आधा किलोमीटर पहले बाइकसवार दो मनबढ़ युवकों ने उसे घेर लिया।

यह भी पढ़ें- बाइक टकराने पर पुराने लखनऊ में युवक की गोली मारकर हत्‍या, हवाई फायरिंग कर पुलिस चौकी के सामने से भागे बदमाश

किशोर कुछ समझ पाती उससे पहले ही मनबढ़ों ने उसके सिर पर बोतल में लाया हुआ पेट्रोल डालने के बाद आग लगाकर भाग निकले। लपटों से घिरी संजलि साइकिल सहित सड़क किनारे करीब दस फिट नीचे जा गिरी। आग का गोला बनने के बाद भी किशोरी ने हिम्‍मत नहीं हारी और चीखते हुए वापस सड़क पर आकर लोटकर आग बुझाने की कोशिश करने लगी। इसी बीच उधर से गुजर रही एक बस के ड्राइवर ने ये मंजर देखा तो वो कांप उठ, चालक ने तत्‍काल बस रोक दी, और कंडक्टर ने बस में लगा फायर एक्सटिंग्यूशर निकालकर आग बुझाई।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची डॉयल 100 की पुलिस ने छात्रा को एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां करीब 75 प्रतिशत झुलसी छात्रा की हालत को बेहद गंभीर बताते हुए डॉक्‍टरों ने उसे दिल्‍ली के सफदरगंज अस्‍पताल के लिए रेफर कर दिया।

यह भी पढ़ें- अपहरण के बाद मासूम छात्रा की हो गयी हत्‍या, बैठी रही राजधानी पुलिस, चौथे दिन जंगल में मिली लाश

दूसरी ओर घटनास्‍थल से करीब 15 किलोमीटर दूर ताजमहल के पास स्थित एक होटल में मंडल के पुलिस अधिकारियों के साथ डीजीपी बैठक कर रहे थे। इस घटना का पता चलते ही वहां भी अधिकारी सकते में आ गए। कुछ ही देेर में एडीजी अजय आनंद, डीआइजी लव कुमार और एसएसपी अमित पाठक समेत पुलिस के तमाम अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की, हालांकि किशोरी के साथ हैवानियत करने वालों का पता नहीं चल सका।

वहीं अस्‍पताल पहुंचें संजलि के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों का कहना था कि उन लोगों किसी से कोई दुश्‍मनी नहीं थी, और न ही बेटी ने कभी किसी के खिलाफ कोई शिकायत की थी। ऐसे में किसने और क्‍यों घटना को अंजाम दिया ये वो लोग नहीं बता सकते।

यह भी पढ़ें- लखनऊ में घर से निकली युवती की निर्मम हत्‍या, धड़ से इतनी दूर मिला सिर

बेहद गंभीर रूप से घायल संजलि ने अस्‍पताल में इशारे से बताया कि कुछ दिन पहले दो युवकों ने उसका पीछा करने के साथ ही साइकिल को धक्‍का भी मारा था, लेकिन वो उन लोगों को नहीं जानती है। दूसरी ओर एसएसपी अमित पाठक ने मीडिया को बताया कि छात्रा को जलाने वालों का पता लगाया जा रहा है।