आरयू ब्यूरो, लखनऊ। जेईई व एनईईटी की परीक्षा स्थगित करने समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं पर आज पुलिस ने राजभवन से कुछ ही दूरी पर बर्बर लाठीचार्ज किया है। पुलिस की इस कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारियों के सिर फूटें हैं। वहीं अपनी पार्टी के लोगों पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
अखिलेश ने पुलिस की कार्रवाई को लाठीचार्ज मानने की जगह इसे छात्रों पर पुलिस का खूनी हमला बताते हुए कहा है कि सत्ताधारी अपना दम्भ त्यागकर नौजवानों की मांग सुने। ये जनतंत्र है, मनतंत्र नहीं। यूपी के पूर्व सीएम ने लाठीचार्ज पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार राजनीतिक द्वेष में अंधी होकर काम कर रही है। जब क्लैट की परीक्षा स्थगित हो गई है तो जेईई और नीट की परीक्षा कराने की हठधर्मी क्यों?
अपने एक बयान में सपा सुप्रीमो ने कहा हे कि यूपी में कोरोना महामारी से ज्यादा जनता भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति में आई भारी गिरावट से दहशत में है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब राजधानी लखनऊ सहित अन्य जनपदों में लूट, हत्या, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं न होती हों। महिलाओं और बच्चियों का जीवन तो हर क्षण असुरक्षित दिखाई देता हैं पुलिस और प्रशासन का अपराधी पर तो बस नहीं चलता है, बस निर्दोष और निहत्थें नौजवानों पर उसका डंडा खूब चलता है।
साथ ही सपा की ओर से आज कहा गया है कि छात्र सभा अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ‘देव‘ के नेतृत्व में छात्र हितों के मुद्दों को लेकर सैकड़ों नौजवान प्रदेश की राज्यपाल महोदया को ज्ञापन देने जा रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उनपर हमला कर दिया।
जबकि ज्ञापन में मांग की गई थी कि नीट, जेईई सहित विभिन्न प्रतियोगी तथा स्नातक, परास्नातक की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित की जाय। छात्रों पर फीस जमा करने के लिए दबाव न बनाएं और उस कारण परीक्षाफल न रोका जाय। भाजपा सरकार द्वारा शिक्षण संस्थानों के निजीकरण पर रोक लगे तथा लखनऊ विश्वविद्यालय में अतिथि प्रवक्ता के 245 पदों पर आरक्षण नियमावली के तहत ही भर्तियां हों।
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सपा के अनुसार पुलिस प्रदर्शन के दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव, मनोज दुबे, जगराम पासवान, अमित कुमार, हिमांशु पुरैनी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पुलिस लाठीचार्ज से एक दर्जन युवा नेता घायल हुए है। इनमें वाराणसी के छात्रनेता महेश यादव एवं सिद्धार्थ नगर के मोनू दुबे की हालत गंभीर है।
वहीं आज प्रदर्शन के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता महेंद्र सिंह यादव, अंकित सिंह बाबू, विवेक बाबा, पूजा यादव, राहुल सिंह, गौरव पांडेय, अरविंद यादव, रोहित सिंह, शिवम कृष्णा, अभिषेक मिश्रा, सर्वेश शुक्ला, धीरज श्रीवास्तव, अनुज अन्नू, जेबा यास्मीन, मिष्ठी खरे, अमर सिंह, वैभव सैनी, सुब्रत अवस्थी, लकी सिंह, जयसिंह प्रताप, आर.पी. सिंह, संदीप कश्यप, कौशलेंद्र सिंह, नितेश सिंह व मयंक यादव समेंत प्रदर्शनकारी मौजूद रहें।