आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से रामगोपाल यादव को हटाकर शिवपाल यादव को बैठाने के मुलायाम सिंह यादव के फैसले बाद से सपा में एक बार फिर जबानी जंग तेज हो गई है। आज सपा मुख्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी और मोदी सरकार पर हमला बोलने के साथ ही बातों ही बातों में शिवपाल यादव पर भी तंज कस दिया।
पूर्व सांसद मोहन सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण के बाद श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे अखिलेश यादव ने वहां मौजूद अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने आने वाले समय की चुनौतियां रखते हुए कहा कि हमारे सामने बड़ी लड़ाई है। वर्तमान परिस्थितियां जटिल हैं।
समाज में बंटवारा करने की साजिशें हो रही हैं। किसान, नौजवान, महिला एवं गरीब के साथ न्याय नहीं हो रहा है। समाजवादी सोच और आन्दोलन ही आज की स्थितियों में एक मात्र राजनीतिक विकल्प है। लोहिया, जेपी, और जनेश्वर मिश्र, मोहन सिंह की यादें हमारे साथ हैं। इसलिए हमें जहां समाजवादी विचारधारा को मजबूत करना है वहीं नकली समाजवादियों से भी सावधान रहना होगा। लोकतंत्र में जनता को सावधान करने की जिम्मेदारी भी उठानी होती है।
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सपाईयों से आगे की रणनीति के बारे में सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा उपचुनाव होने वाले है जिन्हें हमे जीतना है। फिर 2019 में लोकसभा और 2022 में विधानसभा चुनाव है। हमारी लड़ाई भाजपा से है और समाजवादी ही उन्हें चुनौती देने की ताकत रखते है। भाजपा ने विकास रोक दिया है। सबका साथ सबका विकास के नाम पर धोखे की राजनीति हो रही है।
कार्यक्रम में मोहन सिंह की पुत्री एवं सांसद कनकलता सिंह, सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोविन्द चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, नेता विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी एवं बलवंत सिंह रामूवालिया, एसआरएस यादव, अरविंद कुमार सिंह पूर्व सांसद रामजी लाल सुमन समेत अन्य लोग मौजूद रहे।