आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आज से 48 साल पहले यानी 1975 में देश में एमरजेंसी लागू हुई थी। इसको याद करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। सपा सुप्रीमो ने भाजपा सरकार के वर्तमान कार्यकाल को आपातकाल के समय से बद्तर बताया है। उन्होंने कहा कि आज के आपातकाल के हालात पहले से ज्यादा खराब हैं आज सच बोलने व सरकार से सवाल पूछने पर कार्रवाई हो रही है। भाजपा सरकार में कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता है।
अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज ही के दिन आपालकाल लागू हुआ था। वह एक पुराना इतिहास है, लेकिन आज भी आपातकाल है। अगर आज आप बोलेंगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी। आज का आपातकाल ऐसा है कि आप तक सच्चाई नहीं पहुंचेगी। इस सरकार से कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता। आज के आपातकाल के हालात पहले से ज्यादा खराब हैं। भाजपा सरकार में कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता है। लोगों के संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को छीना जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। प्रेस की आजादी खतरे में है।
यह भी पढ़ें- मन की बात में इमरजेंसी को याद कर बोले प्रधानमंत्री मोदी, आपातकाल में किया गया लोकतंत्र कुचलने का प्रयास, आने वाली पीढ़ियां इसे नहीं भूल सकती कभी
सपा मुखिया ने अपने बयान में कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत को बचाने और संविधान तथा लोकतंत्र की रक्षा के लिए समाजवादी शुरू से ही प्रतिबद्ध रहे हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के लिए समाजवादी लड़ते आए हैं। आपातकाल में जिन लोगों ने लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष किया था समाजवादी सरकार में उन लोकतंत्र सेनानियों को 15 हजार रूपए की सम्मान राशि, चिकित्सा, परिवहन की सुविधा के साथ राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार की भी व्यवस्था की गई। यह सब लोकतंत्र रक्षण अधिनियम बनाकर सुनिश्चित किया गया।
संविधान ही हमारे लिए यूनिफार्म सिविल कोड
अखिलेश ने अपने बयान में आगे कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने जो संविधान दिया वही हमारे लिए यूनिफार्म सिविल कोड है। भाजपा के लोग नफरत फैलाते है। एक दूसरे को आपस में लड़ाकर साजिश कर समाज में खाई पैदा कर रहे हैं, लेकिन अब भाजपा की कोई रणनीति नहीं चलने वाली है। जिस प्रकार से गठबंधन बन रहा है और सभी दल एक हो रहे हैं उससे भाजपा का 2024 में सफाया निश्चित होगा।
बता दें, आज से 48 साल पहले यानी 1975 में देश में कांग्रेस की सरकार थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में एमरजेंसी यानी आपातकाल लागू कर दिया था। अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगा दी गई थी। रविवार को लोगों ने अपातकाल याद किया। वहीं बड़ी संख्या में लोगों का मानना था कि मोदी व योगी सरकार में हालात एमरजेंसी से भी ज्यादा खराब है, इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी जंग छिड़ी हुई है।