आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा सरकार के रहते उत्तर प्रदेश कभी ‘उत्तम प्रदेश‘ नहीं बन पाएगा और नहीं नागरिकों में सुरक्षा का भाव रहेगा। कानून-व्यवस्था पर लंबे-लंबे भाषण देने वाले मुख्यमंत्री खुद अपने प्रदेश को संभालने में विफल रहे हैं। वे दूसरे प्रदेशों में जाकर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
वहीं अपने बयान में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीएम योगी को निशाने पर लेते हुए कहा उनके मुख्यमंत्री रहते प्रदेश बदनामी और बदहाली से उबर नहीं पाएगा। चारों तरफ जंगलराज है। राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते प्रशासनतंत्र पूर्णतया निष्क्रिय हो चला है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कितनी तरक्की कर ली है इससे जाहिर है कि ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 के अनुसार प्रदेश का एक भी शहर टॉप टेन में नहीं है।
लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास
सपा मुखिया ने योगी सरकार की कमियां गिनाते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं आवासीय सेवाएं, पीने का पानी, साफ-सफाई आदि की स्थिति यूपी के शहरों में अच्छी नहीं मिली है। कितनी शर्मनाक हालत है कि राजधानी लखनऊ देश के रहने वालों शहरों की सूची में 26वें स्थान पर ठहर गया है। कानून-व्यवस्था की दशा तो ये है कि विधान भवन के सामने ही एक दारोगा ने खुद को गोली मार ली। लोक भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वालों की भी संख्या कम नहीं रही है। संभल में दुष्कर्म पीडि़ता को लगातार मिल रही धमकी, न्याय न मिलने के चलते खुदकुशी की घटना दुखद है।
बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर नहीं है कोई नियंत्रण
इतना ही नहीं प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर कोई नियंत्रण नहीं है। रोज बहन-बेटी की अस्मत लूटी जा रही। हाल ही में हुई कई घटनाओं का जिक्र करते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा सरकार ने अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 तथा 1090 जैसी योजनाएं बनायी थीं। भाजपा सरकार ने इन योजनाओं पर भी पानी फेर दिया है और अब वह पिंक बूथ, नारी शक्ति जैसे टोटकों से लोगों को बहकाने में लगी है। अखिलेश यादव ने सवाल करते हुए कहां है मिशन शक्ति? कहां है एन्टी रोमियों स्क्वायड? फरियादी को टरकाते रहेंगे फिर कैसे मिलेगा न्याय और कैसे रूकेगा अपराध? अपराधियों के आगे नतमस्तक और आम नागरिकों पर वर्दी का रौब।