आरयू ब्यूरो
लखनऊ। सपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में आज अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि भ्रष्टाचार की बात करने वाले भाजपाइयों ने विधानसभा चुनाव में अपव्यय की सारी सीमाएं तोड़ दी थी। अपनी फितरत से मजबूर भाजपा आज भी जनता को धोखा देने का काम कर रही है। कानून-व्यवस्था के बारे में भाजपा सरकार को जवाब देना होगा।
संगीन अपराधों में हुई है बढ़ोतरी
सपा मुखिया ने दावा किया कि यूपी में बलात्कार, हत्या और लूट की वारदातों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा भाजपा सत्ता का दुरूपयोग न करे। अहंकार ठीक नहीं है। लोकतंत्र में चक्र घूमता रहता है। यह बात सभी को ध्यान में रखना होगी।
हमे फिर जाना होगा जनता के बीच
अखिलेश ने अपने ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से एक बार फिर कहा कि वे चुनाव परिणाम से निराश न हों। हमें फिर जनता के बीच जाना होगा, क्योंकि वहीं से असली ताकत मिलती है। जनता की ताकत के सामने कोई नहीं टिक पाता है।
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निकाय चुनाव में भाग लेगी सपा
सपा मुखिया ने आगे की रणनीति बताते हुए कहा कि सपा आगामी नगर निकाय के चुनावों में भाग लेगी। सदस्यता अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। हमारे सामने अब 2019 का भी लक्ष्य है।
भाजपा की ओर इशारा करते हुए पूर्व सीएम बोले कि हमे सांप्रदायिक ताकतों से लड़ना है। अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने कृषि, बिजली, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किए हैं। समाजवादी पेंशन और समाजवादी एंबुलेंस सेवा की प्रशंसा सभी ने की है।
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BJP, RSS ने षड़यंत्र के जरिए हासिल की सत्ता
प्रदेश की भाजपा सरकार की ओर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस ने अफवाहों और षड़यंत्र के जरिए सत्ता हासिल की है। हम इनका मुकाबला करेंगे। भाजपा सरकार के जन विरोधी निर्णयों के विरूद्ध संघर्ष के लिए तैयार रहना है।
फिर हुई हार की समीक्षा
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की अध्यक्षता में सपा के प्रदेश कार्यालय पर संपन्न हुई बैठक में एक बार फिर हार की समीक्षा की गई। इस दौरान सपा को हराने में पार्टी के लोगों को भी चिन्हित करने की बात की गई।
भाजपा ने लोकतंत्र के विरूद्ध की है साजिश
इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि बैठक में पार्टी के जिला/महानगर अध्यक्षों ने बताया कि विधानसभा चुनावों में ईवीएम की गड़बड़ी, वरिष्ठ नेताओं द्वारा अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध के फलस्वरूप नुकसान हुआ। भाजपा ने लोकतंत्र के विरूद्ध साजिश की है। 2019 का लोकसभा चुनाव में बैलट पेपर का इस्तेमाल किए जाने की मांग भी उठाने की बात बैठक में की गई।
अलग पार्टी के नाम पर फैला रहे अनुशासनहीनता
शिवपाल सिंह यादव की ओर इशारा करते हुए राजपाल सिंह एडवोकेट द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में कहा गया कि कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा अलग पार्टी बनाने जैसी बातों से अनुशासन हीनता फैलाने की कोशिशें की जा रही है, जिससे पार्टी की छवि को भी गहरा धक्का लग रहा है। समाजवादियों का काफिला अखिलेश यादव के नेतृत्व में आगे बढ़ता जाएगा। पार्टी और जनता का सौभाग्य है कि इनका नेतृत्व अखिलेश के पास है।
ये रहे बैठक में मौजूद
बैठक में राम गोविंद चैधरी (नेता प्रतिपक्ष), अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, बलराम यादव, एसआरएस यादव, अरविंद कुमार सिंह, राजकुमार मिश्र, अभिषेक मिश्रा, डा0 मधु गुप्ता, कर्नल सत्यवीर सिंह, राजपाल सिंह, डा0 फिदा हुसैन अंसारी, हरिद्वार दूबे समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
नहीं पहुंचे मुलायम-शिवपाल
इसके साथ ही सपा के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव के बैठक में नहीं पहुंचने से एक बार यादव परिवार में अंर्तकलह की बात सामने आ गई।