आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को सपा मुख्यालय में डॉ. कफील खान की पुस्तक ‘गोरखपुर अस्पताल त्रासदी से जेल तक’ का विमोचन किया। इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की कमी से भर्ती बच्चों की सांसे थम गई थी, उस दिन और आगे जो दुःख परेशानी, जेल यातना डॉ. कफील खान को झेलनी पड़ी, उसकी जानकारी इस किताब में दी गयी है।
सपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि वे खुद पीड़ित परिवारीजनों से मिले थे और उन्हें मदद भी मुहैया कराई थी। अगर उस समय जापानी बुखार से इलाज की पर्याप्त सुविधाएं मिल जाती तो तमाम बच्चों की मौतें नहीं होती। वहीं डॉ. कफील ने इस मौके पर कहा कि गोरखपुर में दस अगस्त 2017 को ‘मानव नरसंहार‘ हुआ था, जिसकी कहानी इस पुस्तक में है। अखिलेश यादव स्वयं गोरखपुर गए थे और उन्होंने इंसाफ की लड़ाई लड़ी, इसलिए इस किताब का विमोचन उनसे ही करने का आग्रह किया गया।
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गौरतलब है कि यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद दस अगस्त 2017 को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में ऑक्सीजन खत्म होने से 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। इस मामले के बाद डॉ. कफील खान सहित गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसपल व अन्य स्टाफ को निलंबित किया गया था। इनमें से अधिकतर आरोपित बहाल हो चुके हैं, लेकिन डॉ. कफील खान को मुख्य आरोपित मानते हुए लंबे समय तक जेल में रखा गया था। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद डॉ. कफील को कोर्ट से जमानत मिली थी। इसके बाद से लगातार डॉ. कफील इस आरोप से स्वयं को मुक्त कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं।