आरयू वेब टीम। पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। जिसे देखते हुए अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए ट्रेवैल एडवाइजरी जारी की है। दोनों देशों ने अपने नागरिकों से कहा है कि इस क्षेत्र की यात्रा करते समय अधिक सावधानी बरतें।
वहीं ब्रिटेन की एडवाइजरी में कहा गया है, ‘कैब के खिलाफ देश के कुछ हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। पूर्वोत्तर भारत, खासकर असम और त्रिपुरा में हिंसक प्रदर्शन की भी खबर है। गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं।’ एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि प्रदर्शन की वजह से इस क्षेत्र में यातायात सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है,जबकि अमेरिका की एडवाइजरी भी लगभग ऐसी ही है, हालांकि अमेरिका की एडवाइजरी में इस बात का जिक्र भी है कि उसने अस्थाई तौर पर असम की आधिकारिक यात्रा स्थगित कर दी है।
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बता दें कि नागरिकता संशोधन क़ानून संसद से पास हो चुका है, लेकिन पूर्वोत्तर भारत इसके विरोध की आग में जल रहा है। सबसे ज्यादा विरोध असम में है जहां भाषा और संस्कृति के खत्म होने की आशंका ने लोगों को कर्फ़्यू के बावजूद सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है। इन प्रदर्शनकारियों का साथ देने के लिए सड़कों पर हर वर्ग से लोग सामने आ रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि इस वक्त उसका ध्यान इस बात पर है कि हिंसक प्रदर्शन ना हों। दूसरी तरफ, कल नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रेलवे स्टेशन परिसर में हजारो लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरपीएफ़ के जवानों की पिटाई भी कर दी। साथ ही रेलवे के एक दफ़्तर के साथ दो-तीन जगहों पर आग भी लगा दी। इन प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर खड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके और लोको पायलट की भी पिटाई की और उलबेरिया स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचाया।