आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन (यूपीपीसीएल) हजारों करोड़ के घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू ने अपनी कार्रवाई तेज कर कर दी है। सोमवार को निधि ट्रस्ट कार्यालय सील करने के बाद आज अखिलेश यादव के करीबी व पॉवर कारपोरेशन के एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया।
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ईओडब्ल्यू की टीम डीआइजी हीरालाल के नेतृत्व में मंगलवार को अलीगंज स्थित एपी मिश्रा के आवास पहुंची। इसके बाद हजरतगंज थाने की पुलिस ने उनको घर से गाड़ी में बैठाया। ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से अधिकारियों में हड़कंप है, हालांकि इस मामले में तीन दिन पहले हुई दो अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद एपी मिश्रा पर भी शिकंजा कसे जाने की अटकलें लगने लगी थी।
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अयोध्या प्रसाद मिश्रा से ईओडब्ल्यू की टीम ने आज देर शाम तक किसी अज्ञात स्थान पर पूछताछ कर जानकारी जुटाई। समझा जा रहा है कि एपी मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद काफी नई जानकारी ईओडब्ल्यू को मिली है। गिरफ्तारी के बाद मंगलवार रात एपी मिश्र का दाखिला हजरतगंज कोतवाली में कराया गया। जहां से कल उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कहा जा रहा है कि सोमवार देर रात से ही गोमतीनगर व अलीगंज के आवास और दफ्तर पर यूपी पुलिस की विशेष टीम एपी मिश्रा पर नजर गड़ाए थी। एपी मिश्रा पूर्व सीएम अखिलेश यादव के करीबी अफसरों में गिने जाते रहें हैं। उन्होंने पिछली सरकार के दौरान अखिलेश यादव पर किताब भी लिखी थी। वहीं अखिलेश सरकार ने भी उन्हें सेवा विस्तार दिया था।
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वहीं आज इस बीच शक्ति भवन स्थित उत्तर प्रदेश स्टेट पावर सेक्टर इम्प्लाइज ट्रस्ट के कार्यालय में लगातार दूसरे दिन छानबीन कर कई और अहम दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू ने कब्जे में लिए हैं। सोमवार को अपर्णा यू. के हटाए जाने के बाद मंगलवार शाम को एम. देवराज ने कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पद का दायित्व भी संभाल लिया।