आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गोमतीनगर में एप्पल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की सिपाही द्वारा गोली मारकर की गयी हत्या के मामले में विपक्ष ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। घटना के बाद आम आदमी पार्टी, कांग्रेस व राष्ट्रीय लोकदल ने इसके लिए योगी सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है। विपक्षी दलों ने विवेक के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने के साथ ही घटना की सीबीआइ जांच कराने की भी मांग की है।
हत्या के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने सोशल मीडिया के जरिए बेहद तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए। लखनऊ में एक आम शहरी का एनकाउंटर कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने पुलिस की वर्दी में गुंडों की फौज पाल रखी है।
प्रदेश अध्यक्ष इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने इस घटना के बहाने गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री को भी निशाने पर लेते हुए आगे कहा कि देश के गृहमंत्री के चुनावी क्षेत्र में भी आम आदमी सुरक्षित नहीं। प्रवचनकर्ता प्रधानमंत्री विवेक तिवारी के परिवार को क्या जवाब देंगे?
पेशेवर हत्यारों की तरह आम आदमी को निशाना बना रही पुलिस: वैभव
वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने अपने एक बयान में इस हत्याकांड को दिल दहला देने वाला बताते हुए कहा कि योगी सरकार में पुलिस इतनी निरंकुश हो चुकी है कि पेशेवर हत्यारों की तरह किसी आम आदमी को अपनी गोलियों का निशाना बना रही है।
वैभव ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या योगी सरकार आम लोगों में पुलिस का भय एक दुर्दांत अपराधियों के जैसा भर देना चाहती है? विवेक किस अपराध में वांछित थे कि उनको बीच सड़क पर गोली मार दी गयी, और तो और, इस काण्ड के बाद पुलिस ने इसकी चश्मदीद को ही उसके घर में बंदी बना दिया गया है, जो अंग्रेजी हुकूमत की गुंडागर्दी की याद दिलाता है।
आप के प्रदेश प्रवक्ता ने मांग उठाते हुए कहा कि विवेक के परिजनों को सरकार एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि तुरंत प्रदान करे, जबकि कातिल पुलिसवालों को हत्या व साजिश रचने के मामले में तत्काल जेल भेज जाए। साथ ही मृतक के परिजनों समेत देश से प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सीएम अपने राज में भय का माहौल बनाने के लिए माफी मांगें।
घर पहुंचा रालोद का प्रतिनिधिमंडल
दूसरी ओर इस मामले को लेकर आज राष्ट्रीय लोकदल का प्रतिनिधिमंडल विवेक तिवारी के आवास पर पहुंचकर विवेक के परिजनों को संत्वाना देने के साथ ही योगी सरकार से मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा, पत्नी को सरकारी नौकरी के साथ ही घटना की सीबीआइ जांच कराने की मांग की।
इस दौरान रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दूबे ने मीडिया से कहा कि विवेक तिवारी की हत्या से पुलिस प्रशासन से जनता का भरोसा उठ गया है, जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो आम जनता किसके भरोसे अपने को सुरक्षित महसूस करेगी।
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को चुप्पी साधने और मामले में लीपापोती की जगह मांगें पूरी करने के साथ ही ऐसी घटनाओं से सबक लेकर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए, जिससे कि इस तरह की घटना भविष्य में न हो।
रालोद के प्रतिनिधि मण्डल में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे, प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी वसीम हैदर, प्रदेश सचिव रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव तथा चन्द्रकांत अवस्थी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए। लखनऊ में एक आम शहरी का एनकाउंटर कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने पुलिस की वर्दी में गुंडों की फौज पाल रखी है
देश के गृहमंत्री के चुनाव क्षेत्र में भी आम आदमी सुरक्षित नहीं। प्रवचनकर्ता प्रधानमंत्री विवेक तिवारी के परिवार को क्या जवाब देंगे ? pic.twitter.com/0fB8KyCnQ9
— Raj Babbar (@RajBabbar23) September 29, 2018