आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीती रात लखनऊ पुलिस का एक बेहद मनबढ़ चेहरा सामने आया है। शहर की पॉश कालोनियों में शुमार गोमतीनगर में कार नहीं रोकने पर सिपाही ने एप्पल के मैनेजर को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना के समय मैनेजर अपने ऑफिस की एक इंप्लाई को छोड़ने उसके घर जा रहे थे, जबकि सिपाही अपने साथी के साथ गश्त पर निकला था।
सिपाही की करतूत का पता चलते ही लखनऊ पुलिस में हड़कंप मच गया। आइजी, एसएसपी समेत पुलिस के तमाम आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। प्रत्यक्षदर्शी सना की तहरीर पर गोमतीनगर पुलिस ने सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ भदवि की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही उन्हें बर्खास्त भी कर दिया गया है। वहीं मृतक की पत्नी और प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाएं हैं।
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बताया जा रहा है कि मूल रूप से सुल्तानपुर जिले के निवासी विवेक तिवारी आइफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल में एरिया सेल्स मैनेजर थे। शुक्रवार की रात करीब दो बजे कंपनी ने मोबाइल का नया मॉडल लांच किया था। मोबाइल की लांचिंग कराने के बाद टीम मेम्बर सना को विभूति खण्ड स्थित आफिस से अपनी महिंद्रा एक्सयूवी से उसके घर विनय खण्ड छोड़ने जा रहे थे।
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इसी बीच गोमतीनगर विस्तार में कार देख बाइक से जा रहे गोमतीनगर के सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप ने उन्हें रूकने का इशारा किया। पुलिस का कहना है कि रूकने की जगह प्रशांत बाइक को टक्कर मारकर भागने लगे। तभी प्रशांत चौधरी ने उसपर गोली चला दी, जो कार का शीश पार करते हुए विवेक को जा लगी, जिसके बाद कार की स्पीड काफी बढ़ गयी और वो वहां बने एक पिलर से टकराकर जा रूकी। सना ने पुलिस की सहायता से विवेक को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस कर रही लीपापोती, सीएम से चाहती हूं जवाब: पत्नी
विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने पुलिस के अधिकारियों पर मामले को लेकर लीपापोती का आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के बाद उन्हें सिर्फ दुर्घटना की जानकारी दी गयी। अस्पताल में पुलिस के आला अफसर मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी नहीं बताया कि उन्हें गोली मारी गयी है। पुलिस का कहना था कि पीछा किया तो गाड़ी जाकर पिलर से टकरा गयी।
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कल्पना ने ये भी कहा कि वो सना के घर पर मिलने गयी तो वहां भी पुलिस को बैठा रखा गया था। इस पूरे मामले में पुलिस कभी कुछ तो कभी कुछ बताती रही। इसलिए अब वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब चाहती हैं कि आखिर उनके पति की हत्या क्यों की गयी। दूसरी ओर इस मामले के मीडिया में आने के बाद सीएम ने सीधे डीजीपी ओपी सिंह से इसकी जानकारी लेने के साथ ही पुलिस की कार्रवाई के लिए उन्हें फटकार लगायी है।
पुलिसवाले ने सीधे मारी गोली: प्रत्यक्षदर्शी
वहीं प्रत्यक्षदर्शी सना ने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में बताया कि गोमतीनगर विस्तार में सामने से आकर पुलिसवाले जबरदस्ती रोकने लगे, लेकिन सर को लगा कि पता नहीं वो लोग कौन है और क्या चाहते हैं। इसलिए उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी। वो बढ़ाने लगे तो थोड़ा सा बाइक को धक्का लग गया, लेकिन उस समय तक दोनों पुलिस वाले बाइक से उतर चुके थे। बाइक चला रहे पुलिसवाले ने सीधे बंदूक उठाई और सामने से गोली मार दी। जिसके बाद आगे जाने पर कार पिलर से टकराकर रूक गयी।
परिजनों में मचा कोहराम, लोगों में रोष
दो भाईयों में बड़े विवेक के घर पर पत्नी के अलावा उसके दो मासूम बच्चे सानू और शिवी व पिता उदय नारायाण और छोटा भाई नीरज भी है। घटना के बाद से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरी ओर लंबे समय तक याद कि जाने वाली पुलिस की शर्मनाक करतूत से लोगों में रोष व्याप्त है। मित्र पुलिस का नारा देने वाली लखनऊ पुलिस ने जानलेवा दोस्ती निभाई है।
बोले एसएसपी-
वहीं इस पूरे मामले में एसएसपी कलानिधि ने प्रेसवार्ता कर शनिवार की अपरान्ह मीडिया को बताया कि अब तक कि जानकारी के अनुसार गोमतीनगर विस्तार में विवेक की गाड़ी खड़ी थी। एक बार टक्कर लगने पर सिपाहियों को लगा कि गाड़ी उन्हें दोबार से टक्कर मारने आ रही है, जिसके बाद प्रशांत चौधरी ने गोली चला दी। हालांकि सिपाही कितना सही बोल रहें हैं ये भी जांच का विषय है। सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा लिख उन्हें जेल भेज दिया गया है। साथ ही जांच के लिए एसआइटी का गठन महानगर सर्किल की पुलिस को इसकी जांच सौंपी गयी है। इसके अलावा इस प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच के लिए उन्होंने डीएम लखनऊ को भी पत्र भेजा है।