आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष के दोस्त अंकित दास को सीजेएक कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। अंकित ने बुधवार को क्राइम ब्रांच पहुंचकर सरेंडर किया था। पांच घंटे की लंबी पूछताछ के बाद अंकित को कोर्ट में ले जाया गया। यहां अंकित दास ने बताया कि फॉर्च्यूनर गाड़ी में था, लेकिन मैं निर्दोष हूं।
वहीं मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की जमानत अर्जी खारिज हो गई है। अब उनके वकील अवधेश सिंह गुरुवार को जिला जज के यहां दोबारा जमानत के लिए प्रार्थना पत्र देंगे। अंकित के साथ एक अन्य आरोपित लतीफ ने भी सरेंडर किया है। बुधवार सुबह ही पुलिस ने अंकित के लखनऊ स्थित आवास पर नोटिस चिपकाया था। उसके कुछ घंटे बाद ही उसने सरेंडर कर दिया। अंकित, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष का दोस्त है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, किसानों को थार जीप से कुचलने का जो वीडियो सामने आया था। उसके पीछे चल रही फॉर्च्यूनर अंकित की थी। इसे अंकित ही इस्तेमाल करता था। फॉर्च्यूनर के पीछे जो स्कॉर्पियो वीडियो में दिख रही थी वह लखीमपुर के एक ठेकेदार की है। वहीं, अंकित के वकील विकास श्रीवास्तव ने बताया कि एसआइटी ने पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। इस पर अंकित क्राइम ब्रांच पहुंचे हैं। काली फॉर्च्यूनर उनकी थी, मगर वह उसमें नहीं थे।
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बता दें कि अंकित दास और लतीफ की तरफ से सरेंडर के लिए सीजेएम कोर्ट में अर्जी लगाई थी। इस कोर्ट ने तिकुनिया पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी,लेकिन पुलिस की रिपोर्ट से पहले ही अंकित ने क्राइम ब्रांच के सामने सरेंडर कर दिया। लखीमपुर हिंसा मामले में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें लवकुश, आशीष पांडेय और केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा और एक ड्राइवर शेखर भारती है।
इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने अंकित दास के ड्राइवर शेखर भारती को गिरफ्तार किया था। फिलहाल पुलिस शेखर से पूछताछ में जुटी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वारदात के वक्त शेखर भारती काली रंग की फॉर्च्यूनर चला रहा था।