आरयू ब्यूरो, लखनऊ। ‘मेरा पानी उतरता देख, किनारे पर घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं, लौट कर वापस आऊंगा। सेवा विस्तार की तमाम अटकलों के बीच 31 अगस्त को रिटायर हुए आइएएस अफसर अवनीश कुमार अवस्थी को लेकर कुछ ऐसी ही चर्चा राजनीतिक गलियारे से लेकर अफसरशाही तक में चल रही थी कि आज योगी सरकार में उनकी वापसी की बात पर एक आदेश ने मुहर लगा दी।
यूपी की ब्यूरोक्रेसी में अलग ही पहचान रखने वाले अवनीश अवस्थी पर भरोसा जताते हुए मुख्यमंत्री ने रिटायरमेंट के बाद भी बेहद महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। अवकाश प्राप्त होने के सोलहवें दिन अवनीश अवस्थी को सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रशासनिक सलाहकार बनाया गया है।
अवनीश अवस्थी की नियुक्ति को लेकर शुक्रवार शाम आदेश भी जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार उन्हें 28 फरवरी 2023 तक के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है। अवनीश अवस्थी पिछले महीने 31 अगस्त को रिटायर हुए थे। तभी से उनके किसी पद पर नियुक्ति की चर्चा हो रही थी।
बतातें चलें कि पावरफुल ब्यूरोक्रेट के तौर पर पहचाने जाने वाले अवनीश अवस्थी के पास गृह के अलावा गोपन, वीजा-पासपोर्ट, जेल प्रशासन एवं सुधार, सतर्कता विभाग, धर्मार्थ कार्य विभाग की जिम्मेदारी थी। वह यूपीडा व उत्तर प्रदेश स्टेट हाईवेज अथॉरिटी (उपशा) के सीईओ और डीजी जेल भी थे। ऊर्जा विभाग का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास था।
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अवनीश अवस्थी न सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी भरोसेमंद हैं, बल्कि साल 1984 के बाद सबसे लंबे समय (तीन साल एक महीना) तक गृह विभाग का मुखिया रहने का रिकॉर्ड है। उनका कार्यकाल एक अगस्त, 2019 से 31 अगस्त, 2022 तक रहा। इससे पहले आरसी टकरू का कार्यकाल (तीन साल पांच महीना) नवंबर 1980 से मार्च 1984 तक का था।
1987 बैच के आइएएस अफसर अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट से पहले ही सेवा विस्तार की चर्चा थी, लेकिन केंद्र सरकार से इसके लिए हरि झंडी नहीं मिल सकी थी। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें मुख्यमंत्री कोई अहम जिम्मेदारी दे सकते हैं। अवनीश अवस्थी की पहले से ही मुख्यमंत्री के करीबी और खास अधिकारियों में गिनती होती रही। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही अवनीश अवस्थी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से भी लौटे थे।