आरयू ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में लंबे सोच-विचार के बाद नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया है। बता दें कि सत्रहवीं विधानसभा में समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, हालांकि उसके पास मात्र 47 विधायक ही है, लेकिन फिर भी वह बसपा समेत अन्य से काफी आगे है।
आज नेता प्रतिपक्ष के लिए वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी का नाम फाइनल हुआ है।
समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वरिष्ठता और अनुभव को ध्यान में रखते हुए रामगोविंद चौधरी का नाम भेजा था, जिसे आज मंजूरी मिल गई। विधानसभा सदन में आदित्यनाथ योगी की कुर्सी के सामने रामगोविंद चौधरी बैठेंगे।
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अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्ता पक्ष को रामगोविंद किस तरह से अलग-अलग मुद्दों पर घेरते है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते हुई बैठक में विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष को चुनने की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को सौंपी थी।
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नेता प्रतिपक्ष के लिए पहले आजम खान और शिवपाल सिंह यादव के नाम पर भी चर्चा चल रही थी, लेकिन योगी के सामने आजम खान को बैठाने से भाजपा को और फायदा मिल सकता था।
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इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में किनारे किए जाने और भाजपा की आंधी के बाद भी अपनी सीट बचाने में कामयाब शिवपाल सिंह यादव के नाम की भी चर्चा हुई थी, लेकिन विरोधी खेमे ने उन्हें इस अहम जिम्मेदारी से दूर रखना ही मुनासिब समझा। हालांकि आजम के साथ ही शिवपाल भी पहले इस जिम्मेदारी को निभा चुके हैं।