आरयू ब्यूरो।
लखनऊ। योगी सरकार की कार्यशौली पर सवाल खड़े करने वाले आईपीएस हिमांशु कुमार के निलंबन के बाद आज पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं।
सपा अध्यक्ष ने आज पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारो से कहा कि एक ही जाति के लोगों को क्यों निलंबित किया जा रहा है। उनका योगी सरकार की ओर सीधा इशारा था कि सरकार भेदभाव की राजनीत कर रही है।
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अखिलेश ने दावा किया कि सरकार ने अब तक कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है। एंटी रोमियों दल के काम करने के तरीके पर भी पूर्व सीएम ने कहा कि इनसे युवा परेशान हो रहे हैं। पुलिस वाले दावा कर रहे हैं कि वे आंखें देखकर असली रोमियो का पता बता सकते हैं। यह भाजपा सरकार में ही हो सकता है।
अखिलेश ने कहा कि सरकार काम की जगह अभी झाड़ू लगवा रही है। उन्हें पता होता कि अधिकारी इतनी अच्छी झाड़ू लगाते हैं तो वह भी खूब झाड़ू लगवाते।
मुख्यमंत्री आवास के शुद्घिकरण पर बोले कि 2022 में सपा की सरकार बनेगी और पूरे तरह से शुद्घिकरण किया जाएगा। मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा कि हम फायर ब्रिगेड में गंगाजल डलवाकर सबका शुद्घिकरण करवा देंगे। मुझे तो ये चिंता है कि जो वहां पर मोर हैं उनको खाना मिलता है या नहीं।
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अखिलेश ने भाजपा सरकार पर कहा कि मुझे उम्मीद थी कि मेट्रो और तेजी से चलेगी… लेकिन अब तक कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया है। मुझे पहली कैबिनेट बैठक का इंतजार है। सीएम आदित्यनाथ के बयान कि अखिलेश से बड़ा हूं पर उन्होंने कहा कि वो उम्र में तो बड़े हैं पर काम में पीछे हैं।
वहीं, ईवीएम में कथित गड़बड़ी के मुद्दे पर कहा कि अगर आरोप लग रहे हैं तो जांच करवाने में क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि काफी लोग एफिडेविट पर लिखकर देने को तैयार हैं कि उन्होंने हमें वोट दिया है।
अखिलेश ने जानकारी देते हुए कहा कि 15 अप्रैल से सपा का सदस्यता अभियान चलेगा और फिर 30 सितंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। उन्होंने बताया कि वो कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और मीडिया से बातचीत करते रहेंगे। चुनाव में हार पर उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा हो रही है।