आरयू ब्यूरो
लखनऊ। सपा-कांग्रेस गठबंधन की करारी हार के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने हर स्तर पर जनता की भलाई के लिए काम किए, लेकिन जनता शायद इससे भी ज्यादा विकास चाहती है, उसे एक्सप्रेस वे नहीं शायद बुलेट ट्रेन चाहिए। उन्होंने जनता के फैसले को स्वीकारते हुए राजभवन में राज्यपाल राम नाईक को इस्तीफा सौंपा।
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चुनावी नतीजों पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा कि कभी-कभी लोगों को समझाने से नहीं बल्कि बहकाने से वोट मिलता है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग घर-घर गांव-गांव में ये समझाते थे कि नोटबंदी का पैसा गरीबों के पास जाएगा। मैं भी देखता हूं कि कैसे अमीरों का पैसा गरीबों के पास जाता है।
हार पर करेंगे मंथन
हार की जिम्मेदारी लेने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि पहले इसके बारे में मंथन करेंगे साथ ही मायावती के ईवीएम पर सवाल उठाने पर भी उन्होंने मंथन ही करने की बात कहते हुए बोले कि सरकार को इस मामले में ध्यान देने के साथ ही जांच कराना चाहिए। अखिलेश आज शाम प्रेसवार्ता में पत्रकारों से मुखातिब थे।
पहली कैबिनेट बैठक में भाजपा करेगी किसानों के कर्ज माफ
उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली सरकार सपा से भी बेहतर काम करेगी। किसानों की कर्ज माफी पर अखिलेश ने कहा कि मैं समझता हूं कि भाजपा सरकार पहली ही कैबिनेट बैठक में किसानों का कर्ज माफ करेगी। वह देश के किसानों का भी अब कर्ज माफ कर देगी।
घमंड की बात से किया इंकार
चुनावी फैसले पर शिवपाल यादव के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि आज की हार सपा की नहीं बल्कि अखिलेश के घमंड की हार है। अखिलेश ने खुद को घमंडी होने से इंकार करते हुए कहा कि शायद उन्हें मेरी परछाई में घमंड दिखा हो।
भीड़ ने नहीं दिया वोट
सपा की हार के बारे में अखिलेश ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान भारी भीड़ जमा हो रही थी। पता नहीं इतनी भारी संख्या में भीड़ क्यों जुटी। शायद उन लोगों ने वोट नहीं दिया।
आगे भी रहेगा कांग्रेस से गठबंधन
कांग्रेस से गठबंधन के फैसले को सही मानते हुए अखिलेश ने कहा कि इसमें कोई गलती नहीं थी। दो युवा नेता एक साथ है, उन्होंने इस गठबंधन को आगे भी जारी रखने का एलान किया।