आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीएड टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों की नियुक्ति की मांग पर लगातार राजनीति तेज होती जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के अभ्यर्थियों के लिए आवाज उठाने के बाद बुधवार की शाम कांग्रेस भी बीएड टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों के समर्थन में खुलकर उतर गयी है।
प्रदेश की सत्ता में आने के बाद एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद अभी तक जहां योगी सरकार बीएड टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों को मनाने में फेल रही है। वहीं अभ्यर्थी लगातार मुख्यमंत्री से लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेताओं पर नौकरी को लेकर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
ऐसे में मंगलवार को बीएड टीईटी अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज को कांग्रेस ने न सिर्फ अलोकतांत्रिक बताया है, बल्कि योगी सरकार पर लाठी के दम पर युवाओं की आवाज दबाने का संगीन आरोप भी लगाया है। इन हालात के बीच अब योगी सरकार बीएड टीईटी के अभ्यर्थियों के हित के लिए नया रास्ता निकालने के लिए घिरती नजर आ रही है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अरूण प्रकाश सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि योगी सरकार पूरी तरह अलेाकतांत्रिक रवैये पर उतारू है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने और अपना हक मांगने की स्वतंत्रता है, किन्तु युवाओं के बल पर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार उनका हक देने की जगह युवाओं पर लाठियां बरसाकर नादिरशाही रवैया अख्तियार कर रही है।
अपने बयान में अरुण प्रकाश ने नरेंद्र मोदी के चुनावी वादे को याद दिलाते हुए कहा कि मोदी जी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। इसके अलावा प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी, किन्तु आज सभी वादे सिर्फ जुमले साबित हो रहे हैं।
जबकि योगी सरकार बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के बजाय उन पर लाठी-डण्डे चलवाने और फर्जी मुकदमों के दम पर युवाओं की आवाज दबाने का काम कर रही है, जो कि सरासर गलत है।
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