आरयू संवाददाता, लखनऊ। ठाकुरगंज के बालागंज में बीए की छात्रा ज्योति शर्मा (20) ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के समय घर में मौजूद बैंक गयी थी। लौटने पर बेटी की मौत का पता चलते ही घर में रोना-पीटना मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस ने छानबीन की, हालांकि पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिसके चलते छात्रा के जान देने की वजहें पता नहीं चल सकीं हैं।
बताया जा रहा है कि बालागंज के एकता नगर निवासी बृजमोहन शर्मा यहियागंज स्थित दुकान में नौकरी करते हैं, जबकि उनकी बेटी ज्योति एक प्राइवेट कॉलेज से बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। आज दोपहर ज्योति घर में अकेली थी। उसकी मां अनीता बैंक गई थी। बहन आरती घर से बाहर थी, जबकि दो छोटी बहनें स्कूल गई हुई थी।
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बैंक से काम निपटाने के बाद अनीता घर लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज देने के बावजूद बेटी द्वारा दरवाजा नहीं खोलने पर मां को संदेह हुआ तो उसने खिड़की से अंदर झांककर देखा तो सन्न रह गई।
अंदर ज्योति की लाश दुपट्टे के फंदे के सहारे छत के कुण्डे से लटक रही थी। मां के शोर मचाने पर पड़ोसी जुटने लगे। उन लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। इसके बाद फंदे पर लटक रहे शरीर को नीचे उतारकर आनन-फानन ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
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सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस का कहना था कि पड़ताल की जा रही है कि ज्योति ने फांसी क्यों लगाई। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। साथ ही बेटी की मौत से गम में डूबे परिजनों से फिलहाल कोई खास पूछताछ नहीं कर सकी है। वहीं घटना को लेकर मौके पर जुटे लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे थे।