आरयू ब्यूरो,
लखनऊ/बस्ती। योगी सरकार में गरीब, पीड़ितों व कमजोरों की सुनवाई नहीं हो रही है। डकैती, लूट, हत्या, रेप जैसे संगीन अपराधों से लेकर ठंड में लगातार बड़ रही चोरी तक की घटनाओं पर पुलिस के जिम्मेदार खामोश हैं। ये बातें आज आवास विकास के पूर्व उपाध्यक्ष व वरिष्ठ सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने बस्ती जिलें के दुबौलियों के देईडीहा स्थित सपा कार्यालय पर बैठक के दौरान कहीं।
भाजपा की घोषणा किसानों के साथ छल के अलावा कुछ नहीं
पूर्व उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि विकास योजनाओं का लाभ पात्रों को न मिल पाना भी बड़ी चुनौती है। प्रदेश का गन्ना किसान भुगतान के लिये परेशान है और आलू किसान घोर उपेक्षा का शिकार है। ऐसे में किसानों की आय दोगुनी कर देने की भाजपा नेताओं की घोषणा किसानों के साथ छल के अलावा कुछ नहीं है।
सिद्धार्थ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संगठन को जिलें में और मजबूती प्रदान करने के साथ ही स्थानीय समस्याओं को लेकर जनहित में संघर्ष करने का निर्णय लेते हुए आगामी 27 जनवरी को हर्रैया तहसील पर आवारा पशुओं, किसानों की समस्याओं को लेकर होने वाले प्रदर्शन के बारें में रणनीति बनाई।
वहीं सिंधी के भट्ठे तथा सरस चौबे के घर पड़ी डकैती में अब तक दुबौलिया पुलिस की भूमिका की पार्टी नेताओं ने निंदा करते हुए कहा कि पुलिस की चुप्पी हैरान करने वाली है। इसी कड़ी में घाघरा की धारा में नाव पलटने से तीन लापता लोगों के दुखी परिवारों को सांत्वाना देते हुए हर संभव सहायता का निर्णय लिया गया।
यह भी पढ़ें- साढ़े चार साल से दौड़ रही गरीब को परिषद दिवस में मिला आवास
बैठक में धर्मेंद्र सिंह, जगतपाल मौर्या, विवेक सिंह यादव, मोहम्मद स्वालेह, राजन सिंह, रणवीर सिंह, लल्लू सिंह, रमेश चौबे, अनिल सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, पंकज उपाध्याय, मानवेंद्र सिंह, ज्ञानवर्धन सिंह, राजेश यादव, हरिश्चन्द्र यादव, वीरेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, राजकुमार यादव, रमेश कुमार, चन्द्र दास, विमल कुमार मिश्र, यज्ञ नारायण शुक्ल, मोहम्मद अहमद, सोनू सिंह, रामपाल सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहें।
यह भी पढ़ें- शायराना अंदाज में नववर्ष की बधाई के साथ अखिलेश ने विरोधियों पर साधा निशाना