बालिका गृह मामले में वामदलों ने बिहार में सड़क जाम और ट्रेनें रोक कर किया विरोध प्रदर्शन

बालिका गृह
विरोध प्रदर्शन करते वामदल के लोग।

आरयू वेब टीम। 

मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले के खिलाफ गुरुवार को वामदलों के बिहार बंद का मिला-जुला असर सूबे के अधिकतर इलाके में गुरुवार को दिखा। बंद के दौरान जिला मुख्यालय में वाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ ही विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर ट्रेनें रोकीं। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर आगजनी भी की।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले के खिलाफ बिहार बंद का समर्थन भाकपा, भाकपा-माले, माकपा, राजद, हम, लोजस, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों और कई जनसंगठनों ने किया है। इतना ही नहीं भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बिहार बंद को अभूतपूर्व होने का दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार दलितों पर अत्याचार रोकने व महिलाओं को सुरक्षा देने में फेल हो चुकी है।

जांच की मांग के साथ उठाए सवाल

उन्होंने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में सीबीआइ की जांच की मॉनीटरिंग पटना हाईकोर्ट से कराने, टाटा इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) की रिपोर्ट सार्वजनिक करने और नीतीश सरकार के दो मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग करने के साथ ही ब्रजेश ठाकुर के अखबार को करोड़ों रुपये के सरकारी विज्ञापन मिलने पर भी सवाल उठाए हैं।

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नवादा में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए किशनगंज में बस स्टैंड के समीप एनएच 31, मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में एनएच 107 मुख्य मार्ग पर बेंगापुल, मधेपुरा शहर के कर्पूरी चौक के साथ ही  दरभंगा-जयनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 527 बी को दड़िमा चौक, राष्ट्रीय राजमार्ग 57 को भी सिमरी थाना चौक पर जाम कर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें भी रोकीं

बंद का असर रेल सेवाओं पर पड़ा है। जहानाबाद में बंद समर्थकों ने पटना-रांची जनशताब्दी एक्‍सप्रेस को रोका तो दरभंगा में राजद और माकपा कार्यकर्ताओं ने बिहार संपर्क क्रांति को रोक दिया। मधुबनी में भी गंगासागर एक्सप्रेस को बंद समर्थकों ने रोका।

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