आरयू संवाददात, लखनऊ। बंथरा के वनस्पति अनुसंधान केंद्र परिसर व आसपास के इलाकों में पिछले चार महिने से आतंक मचाने वाला तेंदुआ शुक्रवार को रोड़ एक्सीडेंट में मारा गया। उसका शव बंथरा थाने से करीब सौ मीटर दूर स्थित अनुसंधान केंद्र के मुख्य गेट के पास जख्मी हालत में मिला है। घटना की जानकारी होने पर बंथरा थाने की पुलिस के साथ ही वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए प्राणी उद्यान केंद्र भेजा।
इस संबंध में इलाकाई वनाधिकारियों अभिषेक सिंह का कहना है कि किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारी है। जानकारी के अनुसार लखनऊ से कानपुर वाले जिस छोर पर तेंदुए का शव मिला है, उस सड़क किनारे मिट्टी में करीब 50 मीटर दूरी तक उसके पैरों के निशान भी दिखाई दिए, जिसे देखकर यह लग रहा था कि अनुसंधान केंद्र से बाहर आया तेंदुआ वापस अंदर जाना चाहता था। तेंदुए को पोस्टमार्टम के लिए लखनऊ के चिड़ियाघर भेजा गया है।
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बता दें कि बंथरा अनुसंधान केंद्र के चहारदीवारी के ऊपर अंदपुर गांव के कुछ लड़कों ने उसे देखा था। इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग के लोगों को भी दी गई थी। शुरुआत में वन विभाग के लोग बिल्ली या फिर कोई और जानवर होने की बात कह रहे थे। जिसके बाद एक बार फिर जब उसे अनुसंधान केंद्र के गार्डों ने देखा और वन विभाग की टीम केंद्र पहुंची तो परिसर के अंदर तेंदुए के पदचिन्ह मिले तब इलाके में तेंदुए की मौजूदगी पर यकीन हुआ। इसके बाद से वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए हाथ पैर मरती रही पर उसे कोई सफलता नहीं मिली। तेंदुआ अनुसंधान केंद्र और इसके आसपास क्षेत्र में लगातार भ्रमण करता रहा। इसे लेकर यहां इलाके के लोगों में काफी दहशत भी रही।