आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। आज चिंता का विषय यह है कि आने वाली पीढ़ियों को सुखद भविष्य कैसे मिल सकेगा? भाजपा सरकार युवा पीढ़ी को अंधविश्वास और रूढ़िवादिता के अंधेरे में फंसाए रखना चाहती है। उसे युवाओं के भविष्य की कतई चिंता नहीं है।
ये बातें सोमवार को यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय पर आयोजित समाजवादी युवजन सभा की बैठक में कही। सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर मौन है। नोटबंदी से बेरोजगारी में वृद्धि हुई है। जीएसटी से अर्थ व्यवस्था घाटे में गई है। दूसरे देशों के मुकाबले भारत पिछड़ता जा रहा है।
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दिनों लोकतंत्र की परीक्षा ली जा रही है। भाजपा समाजवादी विचाराधारा को बदनाम करने की रणनीति पर काम कर रही है। वह भ्रम, अफवाह और गुमराह करने की साजिश करती है। लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी कमजोर किया जा रहा है। नौजवानों को झूठे मुकदमों में फंसाकर भाजपा युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। विश्वविद्यालयों में छात्रों को दाखिला देने तक में बंदिशें लगाई जा रही है।
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वहीं अखिलेश यादव अपनी पार्टी के बारे में बात करते हुए बोले कि सपा को नौजवानों पर भरोसा है। इस पीढ़ी की ऊर्जा निष्ठा बेजोड़ है जो परिवर्तन की वाहक है। युवा पीढ़ी विचार से ही समाजवादी होती है। युवा जातिवाद और सांप्रदायिकता के शिकार नहीं हो सकते हैं। वहीं आज एक बार फिर सपा सुप्रीमो ने जोर देते हुए मांग की है कि जनगणना के आधार पर देश में अवसर की व्यवस्था होनी चाहिए।
तमिलनाडु से आए नेताओं ने की अखिलेश से मुलाकात
वहीं सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि आज तमिलनाडु से आए डी. शशीकुमार धर्मलिंगम ने अपने 80 साथियों के साथ अखिलेश यादव से मुलाकात कर सपा के विस्तार के बारे में चर्चा की। 2019 में लोकसभा चुनाव की तैयारी तमिलनाडु में समाजवादी पार्टी कर रही है। इसके लिए धर्मलिंगम ने अखिलेश यादव को चेन्नई आने का निमंत्रण भी दिया है।
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