विपक्ष के हंगामें की भेट चढ़ा विधानसभा का मानसून सत्र, बोले योगी फैलाई जा रही अराजकता

हंगामें की भेट चढ़ा विधानसभा
विधानसभा में विरोध करता विपक्ष

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। यूपी विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। जहां सत्र की शुरूआत होते ही विधानसभा में देवरिया कांड को लेकर हंगामा हुआ, तो विधान परिषद में कई मुद्दों को लेकर विपक्ष ने नरेबाजी करते हुए सभापति के आसन तक विरोध प्रकट किया। वहीं विपक्ष के हंगामें को योगी ने अराजकता करार दिया है।

विधानसभा में 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो नेता प्रतिपक्ष व समाजवादी पार्टी के नेता रामगोविंद चौधरी ने देवरिया के मामले पर नियम 311 के तहत चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इससे विदेशों में देश की छवि खराब हुई है।

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रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है। उन्‍होंने आगे कहा कि अगर नैतिकता बची है तो योगी आदित्‍यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए। इस पर सपा के पक्ष में कांग्रेस व बसपा सदस्यों ने भी सहमति जताई। साथ ही बसपा के लालजी वर्मा ने भी प्रकरण के न्यायिक जांच की मांग की।

वहीं हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सभी से शांत हो जाने की अपील करते हुए कहा कि पहले प्रश्‍नकाल हो जाने दें इसके बाद नियम 56 पर इस मुद्दे पर अपनी बात कही जा सकती है, लेकिन सपा सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। सपा ने कानून-व्यवस्था पर सरकार के असफल रहने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा। हंगामा देख सदन पहले आधे घंटे के लिए और उसके बाद 12:20 तक स्थगित कर दिया गया।

मुट्ठीभर लोगों ने विधानसभा को बना रखा है बंधक

विधानसभा में विपक्ष के हंगामें पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है कि सदन में चर्चा की जगह अनावश्यक हंगामा किया जा रहा है। विपक्ष के लोग अराजकता फैला रहे हैं। योगी ने आगे कहा कि मुट्ठीभर लोगों ने विधानसभा को बंधक बना कर दूसरों का हक मारने का प्रयास कर रहे हैं। ये लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है।

वहीं योगी आदित्यनाथ ने देवरिया के महिला शेल्टर होम मामले पर भी सफाई देते हुए कहा कि मामले पर हमारी सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है। आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि इस शेल्टर होम को किसकी सरकार में लाइसेंस दिया गया था।

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