आरयू ब्यूरो
लखनऊ। चिनहट के गनेशपुर, आस्था कॉलोनी में बीती रात असलहे से लैस डकैतों ने बीबीडी के प्रोफेसर के घर धावा बोल दिया। सीढ़ी की दीवार काटकर भीतर घुसे नकाबपोश बदमाश पति-पत्नी को पीटने के साथ 20 हजार नकद समेत लाखों रुपए के गहने समेट कर भाग निकले।
पिटाई करने के साथ ही शोर मचाने पर पत्नी से रेप और हत्या की धमकी देकर डकैतों ने दंपत्ति को काबू में रखा। योगी राज में राजधानी में हुई पहली डकैती की जानकारी लगते ही पुलिस में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलने पर डीआईजी, एसपी नार्थ, एसपी क्राइम, क्षेत्रिय पुलिस व डॉग स्क्वाएड की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। घटना से घरवाले दहशत में है।
बताया जा रहा है कि बीबीडी के प्रोफेसर कृपा शंकर पाठक पत्नी कुसुमलता के साथ बीती रात कमरे में सो रहे थे। कुसुमलता भी शिक्षा से जुड़े एक विभाग में कार्यरत है।
रात करीब ढाई बजे मकान के पिछले हिस्से से होते हुए घर में घुसे बदमाशों ने कमरे में सो रहे दंपत्ति को पीटने के साथ ही गोली मारने की धमकी देकर उनकी सोने की चेन अंगूठी, उतरवा ली।
घर से अन्य कीमती सामान व बीस हजार नकद समेट के साथ ही बदमाश भाग निकले। करीब आधा घंटे के तांडव के बाद डकैत लौटे तो पीडि़त ने लगभग तीन बजे डॉयल 100 कर पुलिस को इसकी जानकारी दी।
इंस्पेक्टर चिनहट ने बताया कि शिक्षक ने सोने की दो चैन, दो मंगलसूत्र, एक जोड़ी कान की बाली, दो जोड़ी पायल, चांदी के बर्तन, दो मोबाइल व बीस हजार नकद जाने की तहरीर दी है। पुलिस डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बदमाशों का पता लगा रही है।
किचन से खाए संतरे छत पर किया शौच
बदमाश अपने तांडव के दौरान पूरे इत्मेनान से थे। पहले उन्होंने किचन से संतरे समेत अन्य चीजे खाई। जाते-जाते वह छत पर खुले में ही शौच कर गए। डकैतों की इस हरकत से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह पुलिस का ध्यान बावरिया गिरोह की ओर मोड़ना चाहते थे।
हालांकि जानकार बताते है कि बावरिया गिरोह के सदस्य वारदात के बाद किचन या फिर आंगन में ही टोटके के तौर पर शौच करते है।
किराएदार का खटखटाया दरवाजा
मकान में ही कृपाशंकर के दूर के एक रिश्तेदार भी किराए पर रहते है। घटना के दौरान बदमाशों ने उनके कमरे में भी घुसना चाहा, लेकिन सफलता नहीं मिली। आहट लगने पर जागे किराएदार ने आवाज दी, जिसके बाद डकैत अपना काम तेजी से खत्म करने के बाद भाग निकले।
25-30 साल थी उम्र, लोकल ही लग रहे थे बदमाश
चेहरा ढका होने के बाद हुलिए के आधार पर दंपत्ति ने पुलिस को बताया कि बदमाशों की चाल -ढाल 25 से 30 वर्ष के उम्र के युवकों की तरह थी। बोलचाल में वह लोकल ही लग रहे थे। एसपी नार्थ विजय ढुल ने बताया कि घटना में लोकल लोगों का कॉनेक्शन होने की संभावना है। इसके अलावा पुलिस बावरिया गिरोह के एंगल को ध्यान में रखकर भी जांच कर रही हैं।